इन बातों का रखे ख्याल तो बच सकती है आपकी जान
बलौदाबाजार (khabargali) छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा में आसमानी बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, गांव के कुछ लोग रविवार की दोपहर तालाब किनारे पेड़ के नीचे बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान अचानक मौसम बदला और आकाशीय बिजली गिरी। इसकी चपेट में 10 लोग आ गए जिसमें 7 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हैं।पुलिस ने बताया कि हादसे में घायल हुए तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में मरने वालों की पहचान मुकेश (20), टंकर साहू (30), संतोष साहू (40), थानेश्वर साहू ( 18), पोखराज विश्वकर्मा (38), देव दास (22) और विजय साहू (23) के रूप में हुई है. अधिकारी ने बताया कि इस घटना में तीन घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दो दिनों पहले दंतेवाड़ा में भी हुई थी दो लोगों की मौत
बता दें कि अभी दो दिनों पहले दंतेवाड़ा जिले में अर्धसैनिक बल के एक नक्सल विरोधी प्रशिक्षण केंद्र पर बिजली गिरने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवानों की मौत हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया था कि यह घटना दोपहर करीब तीन बजे हुई जब जिले के बारसूर पुलिस थाना क्षेत्र में एक प्रशिक्षण सत्र चल रहा था। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ की 111वीं बटालियन के कांस्टेबल महेंद्र कुमार और एस सहुआत आलम बिजली गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
आकाशीय बिजली से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान, बच जाएगी जान
आकाश से गिरने वाली बिजली हर साल देश भर में सैकड़ों लोगों की जान लेती हैं।आकाशीय बिजली की प्रक्रिया कुछ सेंकेड के लिए होती है, लेकिन इसमें इतने ज्यादा बोल्ट का करंट होता है कि आदमी की जान लेने के लिए काफी होता है। क्योंकि इसमें बिजली वाले गुण होते हैं तो ये वहां ज्यादा असर करती है, जहां करेंट का प्रवाह होना संभव होता है। आकाश से गिरी बिजली किसी न किसी माध्यम से जमीन में जाती है, और उस माध्यम में जो जीवित चीजें आती हैं, उनको नुकसान पहुंचता है। लेकिन अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो खुले आसमान के नीचे रहकर भी आसमान से गिरने वाली बिजली से अपनी जान बचाई जा सकती है। आकाशीय बिजली ज्यादातर बरसात के दिनों में गिरती है। इसकी चपेट में वो लोग आते हैं जो खुले आसमान के नीचे, हरे पेड़ के नीचे होते हैं, पानी के करीब होते हैं या फिर बिजली और मोबाइल के टॉवर के नजदीक होते हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) द्वारा जारी एक जागरुकता वीडियो में लोगों को इससे बचने के उपाय बताए गए हैं। https://youtu.be/vbs8GiHQgm4
1. अगर आसमान में बिजली कड़क रही है और आप घर के बाहर हैं तो सबसे पहले सुरक्षित (मजबूत छत) वाली जगह तक पहुंचने का प्रयास करें।
2. अगर ऐसे संभव नहीं है तो तुरंत पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर आदि से दूर हट जाएं।
3. आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें, ताकि बिजली की तेज आवाज़ से कान के पर्दे न फट जाएं।
4. अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर जमीन पर पर उकड़ू बैठ जाएं।
5. अगर इस दौरान आप एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे का हाथ पकड़कर बिल्कुल न रहें, बल्कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें।
6. छतरी या सरिया जैसी कोई चीज हैं तो अपने से दूर रखें, ऐसी चीजों पर बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
7. पुआल आदि के ढेर से दूर रहें, उसमें आग लग सकती है।
क्या है आकाशीय बिजली
कड़क के साथ आसमान से गिरने वाली बिजली को तड़ित कहते हैं। अंग्रेजी में इसे Lightning कहते हैं। आकाश में बादलों के बीच तब टक्कर होती है, यानि घर्षण होने से अचानक इलेक्ट्रोस्टैटिक चार्ज निकलती है, ये तेजी से आसमान से जमीन की तरफ आता है। इस दौरान हमें तेज़ कड़क आवाज़ सुनाई देती है और बिजली की स्पार्किंग की तरह प्रकाश दिखाई देता है। इसी पूरी प्रक्रिया को आकाशीय बिजली कहते हैं। आकाशीय बिजली के गिरने से लोगों की इंसानों के साथ पशु-पक्षियों तक की मौत हो जाती है, हरे पेड़ तक गिर जाते हैं। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से बचाव संभव है।
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