
दुर्ग (khabargali) हथखोज शीतलापारा निवासी जितेन्द्र पांडेय की मौत हो गई। वह गुड्स सर्विस में अपनी ही गाड़ी चलाता था। तीन दिन से उसकी तबियत खराब थी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन दे दिया था। इसलिए मौत हुई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।
छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि हथखोज निवासी प्रकाश पांडेय के पास दो गाड़ी है। उसका बेटा जितेन्द्र पांडेय खुद एक गाड़ी को चलाता था। चंद्रपुर से रविवार को वापस आ रहा था। उसकी तबियत बिगड़ गई। रायपुर में अपनी गाड़ी में ही रात को सो गया। वह घर नहीं गया। सोमवार को हेल्पर ने फोन पर परिजनों को जानकारी दी कि जितेन्द्र की तबियत ठीक नहीं है। उसको ले जाकर इलाज कराए।
इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी तबीयत
परिजन मंगलवार को रायपुर से जितेन्द्र को घर लाए। बुधवार को पास में रहने वाले डॉक्टर शर्मा से उसका इलाज कराया। डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया और दवाई दी लेकिन उसकी तबियत और बिगड़ गई। उसे लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल सुपेला ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का आरोप डॉक्टर के इंजेक्शन से मौत
सीएसपी ने बताया कि परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ आरोप लगाया है कि उसका उपचार करते समय डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन दे दिया। इस कारण उसकी मौत हो गई। मामले में पोस्टमॉर्टम कराया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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