ग्रामीण आत्मनिर्भरता के लिए सरकार को सौंपेंगे ज्ञापन

Chhattisgarh swabhiman manch, khanargali

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान प्रदेश में खान-पान, संस्कृति, रोजगार सहित जल-जंगल-जमीन के लिए सरकार व जनता के मध्य संवाद सेतु के रूप में कार्य करेगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में संगठन का विस्तार किया जाएगा। इस बैठक में ऑनलाइन व रायपुर व भाटापारा से कार्यकर्ताओं ने उपस्थिति दी। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उदयभान सिंह चौहान ने संस्था का परिचय प्रस्तुत करते हुए आगामी कार्ययोजना पर अपनी बात रखी।

टिकरापारा कार्यालय में आज संपन्न बैठक में किसानों से संबंधित समस्याओं व उसकी तैयारी के विषय में प्रस्ताव पारित किया गया कि ग्रामीण आत्मनिर्भरता के लिए आगामी कृषि सीजन में समुचित व्यवस्था के लिए शासन को एक ज्ञापन दिया जाए। इसके अतिरिक्त वैश्विक महामारी संकट में जगह जगह फंसे मजदूरों को अलग अलग खेप में लाने की बजाय एक साथ लाने की व्यवस्था पर जोर दिया गया। बैठक के अन्य विषयों में स्थानीय स्तर पर छत्तीसगढ़ के खानपान के विक्रय लिए स्वसहायता समूहों तथा महिलाओं के माध्यम से कार्य आरंभ किया जाए। संस्थान की गतिविधियों से पत्रकारों को जोड़ने के लिए कोविद संकट के दौरान जोखिम लेने वाले पत्रकारों का अभिनंदन किए जाने की योजना तैयार की जाए।

संस्थान की ओर से पहले ही समाजसेवियों व अन्य स्थानों पर कोरोना सेवा प्रदान की गई हो उन्हें चिन्हांकित कर संस्थान की ओर से अभिनंदन पत्र प्रदान किया जाए। बैठक में रायपुर से यदुनंदन देवांगन, पुरुषोत्तम गुप्ता, श्रीमती नीतू साहू, श्रीमती त्रिवेणी यादव, अब्दुल हफीज, राजेन्द्र सोनी, अर्जुन सिंह देवांगन, भाटापारा से सत्यनारायण पटेल, कैलाश जायसवाल, मुकेश मोंगराज, तथा भाटापारा से रविन्द्र गिन्नौरे तथा गरियाबंद से गुलशन सिन्हा, दुर्ग से प्रफुल्ल बैस, मनेन्द्रगढ़ से संजय आयाम, नगरी से संजय सिंह परिहार ने ऑनलाइन भागीदारी की। बैठक का संचालन आदेश ठाकुर ने किया।

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