गर्मी के प्रकोप के लिए पाकिस्तान की हवाएं जिम्मेदार

Hot sun

जिस्म तपता है, कि रूह भी तपती है, धरती तो इंद्रदेव की माला जपती है, खूब पढ़ लिख गया है रे, तू तो सूरज, तेरी डिग्री हर रोज अखबार में छपती है ।।

पिछले कुछ दशकों में वैश्विक तापमान की बढ़ोतरी ने भारत के पहाड़ी इलाकों में भी गर्मी के प्रकोप को थोड़ा बढ़ा दिया है

नई दिल्ली / रायपुर (khabargali) इस बार मई काफी गर्म गुजरा ।पिछले 15 दिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में औसत तापमान 43.2 डिग्री रिकॉर्ड दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार इस बार 15 जून तक दोपहर मे गर्मी पड़ेगी। भीषण गर्मी की चपेट में आये उत्तर भारतीय राज्यों को फिलहाल दो दिनों तक इस स्थिति से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, पाकिस्तान से आ रही गर्म पश्चिमी हवाओं ने भीषण गर्मी के दायरे में इस साल पंजाब और हिमाचल प्रदेश को भी ले लिया है.

मौसम विभाग के उत्तरी क्षेत्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ कुलदीप श्रीवास्तव कहते हैं कि उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है. इस बीच, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाली गर्म पश्चिमी हवाओं ने उत्तरी और उत्तर-मध्य क्षेत्र में जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश राज्य में गर्मी का प्रकोप बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य पहाड़ी इलाकों में गर्म हवाओं का प्रकोप नयी बात नहीं है. यह बात सही है कि पिछले कुछ दशकों में वैश्विक तापमान की बढ़ोतरी ने भारत के पहाड़ी इलाकों में भी गर्मी के प्रकोप को थोड़ा बढ़ा दिया है. इसे जलवायु परिवर्तन या मौसम में अचानक बदलाव आना नहीं कह सकते. भीषण गर्मी के इस दौर में पहाड़ों पर भी अधिकतम तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है.

डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि मई के पहले दो सप्ताह में दिल्ली सहित उत्तरी इलाकों में बारिश और आंधी ने गर्मी के प्रकोप को महसूस नहीं होने दिया. मौसम के इस उतार-चढ़ाव की वजह पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता थी, जिसका असर 15 मई तक रहा. इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर मैदानी इलाकों से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में स्थानांतरित हो गया. इस बीच, उत्तर भारतीय इलाकों में पाकिस्तान से आने वाली पश्चिमी हवाओं ने गर्मी का प्रकोप बढ़ा दिया, जिसका असर लू और भीषण गर्मी के रूप में इन दिनों दिख रहा है. इन दिनों भारतीय उपमहाद्वीप में समूचे उत्तरी इलाके में बारिश का पूर्ण अभाव है. सूर्य की सीधी किरणें पड़ रही हैं और गर्म पश्चिमी हवाओं के कारण यह इलाका भीषण गर्मी के प्रकोप में होता है.

राजस्थान का चुरू जिला बना हुआ है तंदूर

राजस्थान के चुरू जिले की बात करें तो यहां का का न्यूनतम तापमान 34 डिग्री है। यहां रहने वाले लोगों का जीवन किसी तंदूर के अंदर रहने जैसा हो गया है। यहां का तापमान 50.8 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है। यह दुनिया का सबसे गरम स्थल बन गया है।  .

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