
बीटीआई ग्राउंड में गोंडवाना महोत्सव मेला में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन
रायपुर (khabargali) राजधानी रायपुर के बीटीआई ग्राउंड में 18 दिवसीय गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका एवं सांस्कृतिक कला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मां पीतांबरा जन सेवा समिति की ओर रायपुर राम मंदिर थीम पर भव्य आयोजन किया गया है जो 22 जनवरी तक चलेगा।

कार्यक्रम के आयोजक वैभव सिंह और सौरभ सिंह ने बताया कि मेले में एक ओर जहां देश भर के हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट, हैंडमेड और अन्य आकर्षक वस्तुएं मौजूद है वहीं हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है इसी क्रम में मंगलवार को रंगोली प्रतियोगिता और संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के कई सिंगर और रंगोली आर्टिस्ट प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए।

कलाकारों ने रंगों और अपनी उंगलियों के माध्यम से एक से बढ़कर एक रंगोली तैयार किए। इसमें कलाकारों ने एक और जहां मनमोहन भगवान श्री राम की तस्वीर रंगोली के माध्यम से उकैरा वहीं फूलों के माध्यम से राम मंदिर बनाया साथ ही छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगल की कटाई को रोकने के लिए भी रंगोली के माध्यम से अपील की गई है इसमें संतोष कुमार ने भगवान श्रीराम की तस्वीर उकेरा, सुशील कुमार बस्तर आर्ट बना कर छत्तीसगढ़ के कल्चर को दर्शाया...इसमें गोंडवाना संस्कृति को भी दिखाया।

रीमा साहू ने सेव हसदेव थीम पर रंगोली बना कर हसदेव को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक ओर रामवन गमन जिनपे भगवान श्रीराम गुजरे थे और आज उसी को उजाड़ा जा रहा है इसको किसी हाल में बचाना चाहिए। पूजा साहू ने पहली बार रंगों के माध्यम से श्री राम की आकृति उकेरी। वहीं प्रीति रानी तिवारी ने फूलों के माध्यम से राम मंदिर और तीर धनुष को बनाया।
गीत और रामभजन से सजी शाम

गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका एवं सांस्कृतिक कला महोत्सव में हर दिन की तरह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति हुई।इसमें मां आनंदी फाउंडेशन की ओर से शानदार प्रस्तुति दी गई इसमें में रत्ना नायक ने सजा दो घर को गुलशन सा... नंदनी जी ने अच्यतम केशवन...स्वाति ने तोरा मन दर्पण कहलाए...रेखा मूर्ति ने जिंदगी प्यार की गीत है...अजय कुलकर्णी ने जनम सफल होगा रे बंदे मन में राम बसा ले...जॉन मसी ने सिरिडी के साईं बाबा...अशोक जोशी ने अरे द्वार पालों ... हरीश वासवानी ने भोले वो भोले... रूणाली चक्रवर्ती ने घर ढूंढ रही हूं कविता सुनाकर खूब तालियां बटोरे।
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