खंडवा (khabargali) महाशिवरात्रि पर भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के श्रृंगार दर्शन तस्वीर से करिए। मंगलवार सुबह 5 बजे प्रात:कालीन मंगला आरती में ओंकार महाराज का विशेष फूलों से श्रृंगार हुआ। पंडित ओमप्रकाश मिश्रा ने दूल्हे के रुप में ओंकार महाराज का श्रृंगार कर बालभोग अर्पित किया गया। फूल, बेलपत्र चढ़ाकर नर्मदा जल से अभिषेक हुआ। मां पार्वती का भी विशेष श्रृंगार हुआ, इसके बाद गर्भगृह को भक्तों के लिए खोला गया।
महाशिवरात्रि पर सुबह से दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ चुकी है। मंगला आरती में हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए। इधर महाशिवरात्रि को देखते हुए नर्मदा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद है। मोक्षदायनि मां नर्मदा के किनारे स्थित ओंकारेश्वर में भगवान भोलेनाथ दो रूपों में विराजित हैं। मान्यता है कि इनमें एक ओंकारेश्वर और दूसरा रूप ममलेश्वर है। मां नर्मदा के तट पर बसा भगवान भोलेनाथ के इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से ही भक्तों का कल्याण हो जाता है। इसी प्रकार ओंकारेश्वर मंदिर को लेकर मान्यता है कि रात्रि में भोलेनाथ और माता पार्वती यहां रात्रि विश्राम करते हैं। इसलिए उनके लिए पालना, सेज और चौसर-पांसे यहां सजाएं जाते हैं।
सोमवार की शाम को ही ओंकारेश्वर नगरी में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। इस बार महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन के लिए 24 घंटे पट खुला रहेगा। जिससे मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों को अनुमान है कि इस महाशिवरात्रि के पर्व पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे। तैयारियां पूरी कर ली गई है। पुजारियों के अनुसार कोरोना से पहले तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता था। जिसमें लाखों श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंचते थे। कोरोना समाप्त होने के बाद प्रतिबंध हटने से एक लाख से अधिक संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं। नगर घाट पर संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा कालिदास साहित्य अकादमी उज्जैन द्वारा महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रतिवर्ष संकरी समारोह का आयोजन किया जाता है जो 7 बजे से प्रारंभ होगा।
श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं 6 बजे होगी आरती
उज्जैन। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व पर मंगलवार को मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर मंदिर (World Famous Lord Mahakaleshwar Temple) में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रतिदिन तड़के होने वाली भस्म आरती के बाद हजारों दर्शनार्थियों ने दर्शन किए। भूतभावन बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व पर अलग ही उल्लास देखा जा रहा है। शासकीय पूजन के बाद होलकर और सिंधिया परिवार द्वारा वंशपरंपरानुसार अभिषेक पं. घनश्याम पुजारी करेंगे। इसके बाद श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं 6 बजे की आरती होगी। रात्रि 7 से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुंड पर स्थित कोटेश्वर महादेव का पंचामृत पूजन और सप्तधान अर्पण के बाद पुष्प मुकुट श्रृंगार आरती होगी।
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