नक्सल मोर्चे पर तैनात BSF जवान ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

BSF jawan deployed on Naxal front commits suicide, police engaged in investigation hindi news big news latest News khabargali

नारायणपुर (खबरगली) छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले से एक दुखद खबर सामने आई है। नक्सल मोर्चे पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना ने सुरक्षा बलों और प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना सोनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत होरादी स्थित BSF कैंप की बताई जा रही है, जहां जवान की तैनाती थी। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिंसन गुड़िया ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है और पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर किसी साजिश या बाहरी कारण की पुष्टि नहीं हुई है।

मृतक जवान की पहचान सचिन कुमार के रूप में हुई है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी बताया जा रहा है। सचिन कुमार लंबे समय से नक्सल मोर्चे पर तैनात था और वर्तमान में सोनपुर थाना क्षेत्र के होरादी BSF कैंप में अपनी सेवाएं दे रहा था। जवान के आत्महत्या करने के पीछे क्या वजह रही, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और BSF के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को लेकर स्थिति और स्पष्ट होने की उम्मीद है। पुलिस के साथ-साथ BSF की आंतरिक टीम भी मामले की जांच में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार, जवान के साथ ड्यूटी पर तैनात अन्य BSF कर्मियों से पूछताछ की जा रही है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि जवान हाल के दिनों में किसी मानसिक तनाव, पारिवारिक समस्या या ड्यूटी से जुड़े दबाव में तो नहीं था। 

अधिकारियों का कहना है कि आत्महत्या जैसे गंभीर कदम के पीछे कई कारण हो सकते हैं, इसलिए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात सुरक्षा बलों को लंबे समय तक कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ता है। लगातार तनाव, दुर्गम इलाके, सीमित संसाधन और लंबे समय तक परिवार से दूर रहना जवानों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। हालांकि, इस मामले में अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। इस घटना के बाद कैंप में शोक का माहौल है। साथी जवानों में भी इस घटना को लेकर गहरा दुख और चिंता देखी जा रही है। BSF के अधिकारियों ने जवान के परिजनों को घटना की सूचना दे दी है और आवश्यक औपचारिकताओं की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

पुलिस अधीक्षक रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के वास्तविक कारणों का खुलासा किया जा सकेगा। फिलहाल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रही हैं। यह घटना एक बार फिर नक्सल क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बलों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्य परिस्थितियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के सामने यह चुनौती है कि वे जवानों को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत रखने के लिए ठोस कदम उठाएं।
 

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