
मुख्य आरोपी के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
रायपुर में पत्रकारों का धरना, राजभवन तक शांति मार्च
बीजापुर (khabargali) छत्तीसगढ़ के बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं हत्या मामले में आज दोपहर तक पुलिस अद्यतन जानकारी प्रस्तुत करेगी। मिली जानकारी के मुताबिक, मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सुरेश विदेश भागने की तैयारी में था। प्रशासन ने मुख्य आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवा दिया है।

वहीं बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में सभी पत्रकार धरने पर बैठ गए हैं। संभाग भर के पत्रकार नेशनल हाईवे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पत्रकारों ने चक्का जाम के साथ ही आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा आरोपी ठेकेदार के वैध अवैध सभी संपत्तियों की कुर्क करने और सभी सरकारी टेंडर निरस्त कर बैंक खाते सीज करने की भी मांग रहे हैं।
ठेकदार के सेप्टिक टैंक में मिला था शव

शुक्रवार को बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई। शुक्रवार को उनका शव ठेकेदार के सेफ्टिक टैंक में मिला था। मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से गायब थे। परिजनों और पत्रकारों ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवाई थी। उन्होंने ठेकेदार के भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिसके बाद उस पर कार्रवाई हुई थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी
को गिरफ्तार किया था।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से थे लापता
पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से लापता थे। उनके सभी मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट बीजापुर थाने में करवाई है। इधर गुमशुदगी की खबर पर बीजापुर एसपी ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गई थी। इस जांच में बीजापुर एएसपी युगलैंडन यार्क और कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा के साथ अन्य अधिकारियों की टीम बनाई है। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने सोशल मीडिया पर प्रेस नोट जारी कर कहा था कि, पुलिस पत्रकार मुकेश चंद्राकर की जल्द से जल्द पतासाजी करने के हर संभव प्रयास में जुटी है। उन्हें जल्द ही ढूंढ लिया जायेगा।
भाई ने ठेकेदार की संलिप्तता का जताया अंदेशा
दरअसल, बीते दिनों मुकेश चंद्राकर ने बीजापुर जिले के मिरतुर इलाके एक सड़क निर्माण की स्टोरी अपने संस्थान के लिए बनाई थी। जिसके बाद सरकार ने सड़क पर बड़ी जांच बैठाकर कार्यवाही भी की थी। मुकेश चंद्राकर के बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने बताया कि, उन्हें सन्देह है कि, सड़क के ठेकेदार का कनेक्शन मुकेश चंद्राकर के गायब होने में है। पुलिस इस एंगल से भी मामले की पड़ताल करे।
आज मुकेश के अंतिम संस्कार पर उमड़ी भीड़


राजधानी में पत्रकारों में गहरी नाराजगी
रायपुर। बीजापुर के पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की नृशंस हत्या के विरोध में शनिवार को पत्रकारों ने रायपुर प्रेस क्लब के बाहर धरना दिया और राजभवन तक शांति मार्च निकाला। हालांकि राजभवन के रवैये से पत्रकारों में भारी नाराजगी देखी गई। राजभवन तक शांति मार्च करते हुए पहुंचे पत्रकार उस वक्त नाराज हो गए जब जिला प्रशासन और पुलिस के कुछ अधिकारियों ने पत्रकारों को बीच रास्ते में ही रोक दिया और राजभवन के बाहरी गेट को भी बंद कर दिया। पत्रकार, राजभवन के भीतर जाकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपना चाहते थे, मगर राजभवन से कुछ दूरी पर ही इस कदर रोके जाने का सभी ने विरोध किया। काफी देर तक पत्रकार भीतर जाने दिए जाने की मांग करते रहे, मगर अधिकारियों ने उन्हें जाने नहीं दिया। अधिकारियों के इस रवैया से आहत रायपुर प्रेस क्लब के महासचिव डॉ. वैभव सिंह पांडेय ने गेट के बाहर ही ज्ञापन पढ़कर सभी को सुनाया। जिसमें राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी। इसके बाद पत्रकारों ने तयशुदा कार्यक्रम के तहत डॉ. भीमराव अंबडेकर चौक पहुंचे और डॉ. आंबेडकर की मूर्ति के समक्ष पत्रकार साथी मुकेश को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा। रायपुर प्रेस क्लब ने निर्णय लिया है कि न्याय के लिए अन्याय के विरुद्ध लड़ाई जारी रहेगी. पत्रकारों ने राज्य सरकार से छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। इस धरना और शांति मार्च में बड़ी संख्या में रायपुर के पत्रकार शामिल हुए।



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