
सीधी (khabargali) बहरी थाना क्षेत्र के सिहोलिया गांव में पोते-बहू की मौत के बाद उसके दादा ने भी उन्हीं की जलती चिता में कूदकर जान दे दी. दोनों की मौत से परिवार पहले ही परेशान था और इस हृदयविदारक घटना से गांव में सन्नाटा के साथ मातम का माहौल है. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.
सिहोलिया गांव में जलती चिता में कूदा बुजुर्ग
जलती चिता में कूदने का यह मामला सीधी जिले के सिहोलिया गांव का है. बहरी थाना प्रभारी राकेश वैश्य से मिली जानकारी के अनुसार “अभयराज यादव ने अपनी पत्नी सविता यादव की पहले हत्या की और फिर खुद आत्महत्या कर ली. इस घटना से पूरा परिवार सदमे में था. इधर अभयराज के 65 साल के दादा रामावतार यादव इस घटना से दुखी थे. शुक्रवार देर शाम अभयराज यादव और उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया. चिता के ठंडी होने से पहले ही शुक्रवार की रात उसके दादा रामावतार यादव चिता के पास पहुंचे और उसमें कूदकर अपनी जान दे दी. इस पूरी घटना की जांच की जा रही है.
‘दादा को पोते से था बहुत लगाव’
मृतक रामावतार यादव के नाती अवधेश यादव ने बताया कि “मेरे बड़े भाई अभयराज यादव को मेरे दादाजी बहुत मानते थे और वह उन्हीं के साथ रहते थे. कोई भी काम होता था तो पैसे उन्हीं को देखकर उनसे काम करवाते थे. कल जब भाई की मौत हुई तब दाह संस्कार के लिए हम सब लोग जा रहे थे पर नानाजी ने वहां जाने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा था मुझे यह सब नहीं देखा जाएगा. लेकिन न जाने रात में क्या हुआ कि अचानक रात में वह कहीं चले गए जब हम सब सुबह देखे तब सभी जगह उन्हें ढूंढ़े लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला. बाद में चिता के पास ही उनके कपड़े,जूते और लाठी मिली. जिसकी सूचना हमने थाना प्रभारी को दी.”
नशे का आदी था अभयराज यादव
पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार अभयराज यादव नशे का आदी था और इसी बात को लेकर पति-पत्नी में रोज झगड़ा होता था. उसकी पत्नी रोज उसकी इस आदत का विरोध करती थी. इसी बात को लेकर शुक्रवार को भी दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ था और अभयराज ने अपनी पत्नी पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसे मौत के घाट उतार कर खुद भी आत्महत्या कर ली थी. अभय के दादा अपने पोते की मौत के सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने भी अपनी जान दे दी.
अनाथ हो गए दो बच्चे
इस हृदय विदारक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. मृतक के दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी है. ग्रामीण अब उन मासूम बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं जो इस घटना के बाद अनाथ हो गए हैं. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
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