पार्षद आकाश तिवारी ने 1200 महिलाओं को किया करेला भेंट खबरगली Unique initiative on Teej festival

रायपुर (khabargali)  छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपराओं में तीजा पर्व का विशेष महत्व है। इस पर्व की शुरुआत कड़ू भात (करेला-भात) से होती है। मान्यता है कि तीजा व्रत से एक दिन पहले महिलाएं करेला-भात खाती हैं और अगले दिन निर्जला उपवास रखती हैं। यही वजह है कि तीजा से पहले करेले का खास महत्व होता है। इसी परंपरा को जीवित और सम्मानित रखने के लिए राजधानी रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड के पार्षद और नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी ने एक अनूठी पहल करते हुए वार्ड की लगभग 1200 महिलाओं को करेला भेंट किया।