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शुरू हुए 12 तरह के अधिवास

लखनऊ (khabargali) आखिरकार 500 वर्षो का इंतजार खत्म हुआ और अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर के भव्य मंदिर में 4 घंटे की पूजा और अनुष्ठान के बाद रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं. इसके साथ ही प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अन्य तैयारियों को पूरा किया जा रहा है. उनकी अचल मूर्ति को बुधवार देर रात गर्भगृह में पहुंचा दिया गया था. इसके लिए जरूरी कर्मकांड बृहस्पतिवार दोपहर ही शुरू कर दिए गए थे. 21 वैदिक विद्वानों की मौजूदगी में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान डॉ.