
मुंबई मेँ हुए बनारस लिटरेचर फेस्टिवल 2025 मेँ नामचीन साहित्यकारों ने दी प्रस्तुति

मुंबई (खबरगली) मुंबई विश्वविद्यालय के फिरोज़शाह मेहता सभागार में बनारस लिटरेचर फेस्टिवल 2025 का सफल आयोजन हुआ। लगातार बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। महाराष्ट्र सरकार के आईटी एवं संस्कृति मंत्री अशोक (आशीष) शेलार ने शुभकामनाएँ दीं और अगले सत्र में बनारस आकर शामिल होने का आश्वासन दिया।

आयोजन मेँ लेखिकाओं मंजू लोढ़ा और गीता सिंह ने समाज और साहित्य के रिश्ते व महिला लेखन पर विचार साझा किए। राही मासूम रज़ा जन्मशती परिचर्चा में विभूति नारायण राय व डॉ. रविन्द्र कात्यान ने रज़ा के साहित्य पर प्रकाश डाला। कवि सम्मेलन में आकृति विज्ञा अर्पण, दीक्षित दनकौरी, मदन मोहन दानिश, असलम हसन, श्लेष गौतम, संतोष सिंह, दानबहादुर सिंह और अभिषेक तिवारी की प्रस्तुतियाँ हुईं। संतोष सिंह के कविता संग्रह “तो क्या होगा” का लोकार्पण हुआ। बनारस लिटरेचर फेस्टिवल के संस्थापक बृजेश सिंह ने मुंबई और बनारस की सांस्कृतिक एकता पर बल दिया।

संगीत सत्र में सतीश मिश्रा, संजय सिंह, दिलीप सेन, दीपा नारायण और सोमंका भट्टाचार्य की आकर्षक प्रस्तुतियाँ हुईं। आयोजन साहित्य, संगीत और संस्कृति का अनूठा संगम बना। श्रोताओं की उत्साही भागीदारी से स्पष्ट हुआ कि महानगरों में भी साहित्य और कला के प्रति गहरी रुचि बनी हुई है। यह सत्र इस संदेश के साथ समाप्त हुआ कि बनारस लिटरेचर फेस्टिवल अब बनारस तक सीमित न रहकर राष्ट्रीय सांस्कृतिक संवाद का सेतु बन रहा है।
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