राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आदित्य को किया सम्मानित.. मुख्यमंत्री ने दी बधाई
रायपुर (khabargali) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के छात्र मास्टर आदित्य प्रताप सिंह चैहान को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। यह पुरस्कार आदित्य प्रताप सिंह को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि हमारे प्रदेश के होनहार बालक छोटी उम्र में नवाचार के क्षेत्र में कार्य कर रहे है और उपकरण का ईजाद कर रहे है। आदित्य प्रताप सिंह का कार्य पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन किया है। मुख्यमंत्री ने मास्टर आदित्य के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनके माता-पिता और शिक्षकों को भी बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि आदित्य को इनोवेशन के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। आदित्य ने माइक्रोमा नामक उपकरण तैयार किया है, जो पानी से बैक्टीरिया, माइक्रो कास्टिक डिटेक्ट और फिल्टर कर सकता है। इस पुरस्कार में एक लाख की राशि, मेडल, राष्ट्रपति के हस्ताक्षर युक्त प्रमाण-पत्र और साथ में स्मृति चिन्ह दिया गया है। आदित्य सिंह राजधानी रायपुर के निवासी है।
11 बच्चे हुए सम्मानित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश के 11 बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) 2023 प्रदान किया है।राष्ट्रपति मुर्मू ने पुरस्कार पाने वाले सभी बच्चों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, बच्चे हमारे भविष्य के कर्णधार हैं। भारत सरकार नवाचार, समाज सेवा, शैक्षिक, खेल, कला और संस्कृति और वीरता की छह श्रेणियों में बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान करती है। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण-पत्र दिया जाता है. इस साल बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत देश भर से 11 बच्चों को पीएमआरबीपी-2023 के लिए चुना गया है। पुरस्कार पाने वालों में 11 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 6 लड़के और 5 लड़कियां शामिल हैं।केंद्र सरकार बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए पीएमआरबीपी पुरस्कार प्रदान करती है। यह पुरस्कार पांच से 18 साल तक के बच्चों को कला एवं संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, शिक्षा, सामाजिक सेवा और खेल क्षेत्र में उनकी उन असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के योग्य हैं।
इन 11 बच्चों को मिला पुरस्कार
1. मास्टर आदित्य सुरेश- केरल – कला संस्कृति
2. आदित्य प्रताप सिंह चौहान- छत्तीसगढ़- नवाचार
3. अनुष्का जॉली- दिल्ली- सोशल सर्विस
4. हनाया निसार – जम्मू – स्पोर्ट्स
5. कोलागतला मीनाक्षी- आंध्र प्रदेश स्पोर्ट्स
6. गौरवी रेड्डी -तेलंगाना- कला संस्कृति
7. ऋषि शिव प्रसन्ना- नवाचार – कर्नाटक
8. रोहन रामचंद्र – साहस- महाराष्ट्र
9. संभव मिश्रा – ओडिशा- कला संस्कृति
10 . शौर्यजीत- गुजरात- स्पोर्ट्स
11. श्रेया भट्टाचार्य- असम- कला संस्कृति
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