संचालिका ज्ञानदीप महिला समूह की जमकर प्रशंसा की
रायपुर (khabargali) राजधानी में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध गढ़ कलेवा में बीते मंगलवार को श्रीश्री 1008 श्री शिवानंद जी संत महाराज अचानक अपने अनुयायियों के साथ पहुंचे। कुछ देर बैठने के पश्चात संत जी ने अपने सभी शिष्यों के साथ गढ़ कलेवा मे सादगीपूर्ण पूर्ण भोजन ग्रहण किया और गढ़कलेवा के साथ-साथ ज्ञानदीप महिला समूह की संचालिका श्रीमति रेखा तिवारी उनके सहयोगी सहसंचालिका श्रीमती पदमश्री तिवारी की जमकर प्रशंसा की।
संत जी ने विजीटर रजिस्टर पर अपने गढ़कलेवा पहुंचने के अनुभव को लिखा और उम्मीद भी जताई कि आगे भी संस्कृति विभाग की ओर से गढ़कलेवा का संचालन का कार्य ज्ञानदीप महिला समूह को मिले । उल्लेखनीय है कि राजधानी के प्रसिद्ध इस जगह पर शहरवासी ही नहीं अपितु अन्य शहरों और विदेशों के पर्यटक भी छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेने आते हैं।
संत जी का स्वागत समूह की संचालिका श्रीमती रेखा तिवारी एवं सहयोगी संचालिका पदमश्री तिवारी के साथ-साथ शिम्पी,मिनाक्षी एवं वहां समूह की सभी महिलाओं ने पुष्पगुच्छ , श्रीफल और आशीर्वाद लिया l इस अवसर पर पायल तिवारी,मीनाक्षी, सिम्मी और नेमिन सहित अन्य महिला सदस्य उपस्थित थे।
ज्ञानदीप महिला समूह के 6 साल के अथक प्रयास से निखरा गढ़कलेवा
ज्ञात हो की यह वही जगह है जहाँ कभी चाय भी नहीं उपलब्ध होती थी। गढ़कलेवा को निखारने मे 6 साल लग गये तब कहीँ जाकर आज गढ़ कलेवा का नाम अस्तित्व मे आया 6 वर्ष के संचालन मे 3 वर्ष करोना काल मे बीत गया फिर समूह ने 1 वर्ष और मेहनत किये , पर समूह को फ़िर नुकसान उठाना पड़ा । आज समूह के द्वारा गढ़कलेवा का संस्कृति विभाग के हर आदेश का पालन करते हुए संचालन किया जा रहा है ,दुख इस बात का है कि ज्ञानदीप महिला समूह ने मेहनत कर गढ़कलेवा को नई पहचान दिलाई l वही विभाग अब गढ़कलेवा का हटाने का टेंडर कर रही है। दुख यह है कि,इतनी महिलाओं का रोजगार छीन जायेगा l उनके भविष्य का क्या होगा ?
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