
मरने वालों में सेना का एक जवान भी शामिल, जांच शुरू
दो दिन पहले ही जवान का विवाह हुआ था..परिवार प्रीतिभोज की तैयारी में लगा था
जांजगीर-चांपा (khabargali) छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत रोगदा गांव में देशी शराब पीने के बाद तीन युवकों की मौत हो गई। मृतकों में एक सेना का जवान भी है तो दूसरा मृतक कोरबा के प्लांट में काम करता था । वहीं तीसरा मृतक किसान है। वहीं अब इस मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति भी गरमाई गई है । इस मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता भी भूपेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाकर उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।
तीनों मित्रों ने शराब पी और बेहोश होकर गिर पड़े
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि रोगदा निवासी नंदलाल कश्यप(32) भारतीय सेना में टेक्नीशियन के पद पर पोस्टेड था। वो अपनी शादी के चलते घर आया हुआ था । दो दिन पहले ही नंदलाल का विवाह हुआ था, परिवार प्रीतिभोज की तैयारी में लगा था । नंदलाल और गांव के परस साहू(53) और सतीश कश्यप(35) ने सोमवार सुबह शराब पीने का फैसला किया था। सुबह 7 बजे के आस-पास ही तीनों ने गांव से शराब खरीदी थी। तीनों मित्रों ने कथित तौर पर शराब पी। इसके कुछ देर बाद तीनों बेहोश होकर गिर गए, जब इसकी जानकारी वहां मौजूद लोगों को मिली तब उन्होंने तीनों को नवागढ़ स्थित अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
शराब के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजा गया
घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया है, साथ ही फॉरेंसिक विशेषज्ञों को भी गांव भेजा गया है। युवकों ने जहां से शराब खरीदी थी वहां भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस के दल ने शराब के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे हैं। शवों के पोस्टमार्टम के बाद मौत की वजहों के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी।
दो सौ पुलिसकर्मियों को किया तैनात
घटना के बाद गांव में तनाव की आशंका को देखते हुए लगभग दो सौ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने 50 लाख रुपए मुुुुुआवजे की मांग
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल जहरीली शराब से मौत की खबर सुनकर नवागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। संदिग्ध मौत के मामले में सरकार पर आरोप लगाया। इसके साथ तीनों लोगों की मौत पर सरकार से 50-50 लाख रुपए मुआवजे की मांग करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से कहा कि अपना वादा निभाए और छत्तीसगढ़ में शराब पर पूर्ण रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि 2000 करोड़ का शराब घोटाला हुआ। कई बड़े लोगों का नाम सामने आया है।
एक दिन पहले शराबबंदी को लेकर सीएम ने क्या कहा था..
एक दिन पहले रायपुर में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान लोगों को शराब नहीं मिली तो उन्होंने सैनिटाइजर पी लिया। इससे उनकी मौत हो गई। ये देखकर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मैं शराबबंदी का आदेश दे दूं। नशा किसी मामले में फायदेमंद नहीं होता है। ये शरीर के लिए और व्यक्तित्व दोनों के लिए नुकसान ही पहुंचाता है।
- Log in to post comments