
राजनीतिक दलों , सामाजिक कार्यकर्ताओं और भ्रष्टाचार निवारण समिति ने भी शिकायत दर्ज कराई
रायपुर (khabargali) मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक द्वारा विधानसभा में पूछे गए एक सवाल पर लिखित जवाब देते हुए यह खुलासा किया कि पीएससी की संदेहास्पद गतिविधियों की शिकायत पहुंची है। छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग के खिलाफ करीब तीन सालों में कुल 48 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इसमें 22 शिकायतें भाजपा नेताओं ने की हैं, अकेले पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने 6 शिकायतें की हैं, इसके अलावा आम आदमी पार्टी द्वारा 8 शिकायतें, शिवसेना ने एक शिकायत और सामाजिक कार्यकर्ताओं व भ्रष्टाचार निवारण समिति ने भी शिकायतें दर्ज कराई हैं।
उन्होंने बताया कि शिकायतों में खास बात यह है कि केवल राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने ही पीएससी के खिलाफ शिकायत नहीं की बल्कि सामाजिक कार्यकर्ताओं और भ्रष्टाचार निवारण समिति ने भी पीएससी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इतना ही नहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से छत्तीसगढ़ मछुआ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ने भी शिकायत की थी। अधिकांश शिकायतों में पीएससी में भर्ती में भ्रष्टाचार की गतिविधियों के संदर्भ में अवगत कराया गया है, कुछ शिकायतें में परीक्षा निरस्त करने की मांग भी की गई है, वहीं भाई-भतीजावाद के जो आरोप लगे हैं,उन 18 अभ्यर्थियों के चयन की जांच कराने की मांग की गई है। वही सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 में भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाए गए।
श्री साय ने बताया कि राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) के खिलाफ प्राप्त शिकायतों के आधार पर सीबीआई जांच की घोषणा गत दिनों 3 जनवरी 2024 को राज्य शासन द्वारा की गई। इन शिकायतों की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल, केंद्रीय गृहमंत्री के अलावा तत्कालीन मुख्यमंत्री, तत्कालीन गृहमंत्री ,वर्तमान मुख्यसचिव, स्वास्थ्य सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग को भेजी गई।
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