11 दिन रखेंगे उपवास, यम-नियमों का करेंगे पालन नासिक के पंचवटी से शुरुआत
बोले-140 करोड़ भारतीयों की ऊर्जा उनके साथ
पीएम की अपील- सभी तीर्थस्थलों व मंदिरों में चलाएं सफाई अभियान
नई दिल्ली (khabargali) राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए वैदिक विधि-विधान से यम-नियमों का पालन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू किया है। इस दौरान वह उपवास भी रखेंगे। अनुष्ठान की शुरुआत उन्होंने नासिक के पंचवटी से की है।
कहा- सभी नियमों का उतनी ही दृढ़ता से पालन करेंगे
पीएम ने सोशल मीडिया पर ऑडियो संदेश जारी कर बताया,कुछ तपस्वी आत्माओं व महापुरुषों ने उन्हें बताया कि ईश्वर की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शास्त्रों में व्यापक व कठिन प्रक्रिया है, जिसके तहत बहुत से नियमों का कई दिन पहले से पालन करना होता है। पीएम ने तय किया है कि वे सभी नियमों का उतनी ही दृढ़ता से पालन करेंगे, जैसा शास्त्रों में बताया है। उन्होंने कहा कि यम-नियम का पालन करते हुए मैंने विशेष अनुष्ठान शुरू किया है। पावन पंचवटी में प्रभु राम ने काफी वक्त बिताया था। इसीलिए अनुष्ठान की शुरुआत यहां से कर रहा हूं। शास्त्रों का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ईश्वर के यज्ञ व आराधना के लिए खुद में भी दैवी चेतना जागृत करनी होती है।
22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार
उन्होंने कहा, जब मैं प्राण प्रतिष्ठा के लिए गर्भगृह में रहूंगा, तो 140 करोड़ भारतीयों की ऊर्जा मेरे साथ होगी। पीएम मोदी ने कहा, सभी रामभक्तों की तरह मुझे भी 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार है। पीएम मोदी ने कहा, प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनना सौभाग्य की बात है। इस अनुभूति को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पा रहा हूं, क्योंकि कई पीढ़ियों ने जिस सपने को सदियों तक एक संकल्प की तरह हृदय में जिया, उसकी सिद्धि के समय प्रभु ने मुझे भारतवासियों का प्रतिनिधि बनाया है। मैं ऋषि-मुनियों, तपस्वियों का पुण्य स्मरण करते हुए जनता रूपी ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मुझे आशीर्वाद दें, ताकि मन, वचन, कर्म से कोई कमी न रह जाए।
जानें क्या होते हैं यम-नियम
महर्षि पतंजलि ने योगसूत्र में शारीरिक, मानसिक व आत्मिक शुद्धि के लिए अष्टांग योग (राजयोग) का मार्ग बताया है। योग के इन आठ आयामों या अंगों में यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान व समाधि शामिल हैं। पांच व्यक्तिगत व्रतों को यम कहा गया है। वहीं, पांच व्यक्तिगत नैतिकताओं को नियम कहा गया है। शास्त्रों के अनुसार, किसी धार्मिक-आध्यात्मिक कार्य करने वाले याजक को यम-नियमों का पालन अनिवार्य है। योग-दर्शन में पांच यम अहिंसा, सत्य, अस्तेय (चोर प्रवृत्ति का नहीं होना), ब्रह्मचर्य व अपरिग्रह हैं। वहीं, शौच (शारीरिक-मानसिक सुचिता), संतोष, तप, स्वाध्याय और ईश्वर प्राणिधान नियम कहे जाते हैं।
मंदिर की साफ-सफाई करते की यह अपील
पीएम मोदी ने नासिक के पंचवटी के मंदिर में साफ-सफाई की और देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर 22 जनवरी तक देश के सभी तीर्थस्थलों व मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाया जाए। इसके लिए सभी देशवासियों से उन्होंने श्रमदान की अपील की है।
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