
टेनिस और स्क्वाश में भी बढ़ी उम्मीद
हांगझोउ (khabargali) भारत ने मंगलवार को यहां एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिता में टीम ड्रेसेज स्पर्धा में शीर्ष पर रहकर स्वर्ण पदक के 41 साल के इंतजार को खत्म किया। एड्रेनेलिन फिरफोड पर सवार दिव्यकीर्ति सिंह, हृदय विपुल छेड (चेमक्सप्रो एमरेल्ड) और अनुश अग्रवाला (एट्रो) ने कुल 209.205 प्रतिशत अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। यह चौकड़ी चयन ट्रायल के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी और इनके स्कोर पिछले एशियाई खेलों के पदक विजेतों से बेहतर या बराबर थे। सुदीप्ति हजेला भी टीम का हिस्सा थी, लेकिन सिर्फ शीर्ष तीन खिलाडि़यों के स्कोर गिने जाते हैं। खेल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत ने ड्रेसेज स्पर्धा में टीम स्वर्ण पदक जीता। भारत ने कांस्य पदक के रूप में ड्रेसेज में पिछला पदक 1986 में जीता था। भारत ने घुड़सवारी में पिछला स्वार्ण पदक नई दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में जीता था।
वहीँ सत्रह साल की भारतीय सेलर (पाल नाविक) नेहा ठाकुर ने एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया, जबकि इबाद अली ने कांस्य पदक जीता। इससे भारत ने मंगलवार को यहां सेलिंग (पाल नौकायन) में दो पदक हासिल किये। नेहा ने एशियाई खेलों के तीसरे दिन लडि़कयों की डिंगी आईएलसीए-4 स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया। सेलिंग में पुरूषों के विंडसर्फर आरएस एक्स वर्ग में 52 के नेट स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल को दमदार सर्विस लगाने वाले बीबिट जुकायेव की चुनौती से पार पाने के लिए पसीना बहाना पड़ा जबकि अंकिता रैना ने आसानी से आदित्या पी करुणारत्ने को मात देकर मंगलवार को यहां एशियाई खेलों के क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। ये दोनों खिलाड़ी अगर क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतने में सफल रहे तो उनका पदक पक्का हो जायेगा।
टेनिस में सेमीफाइनल हारने वाले खिलाड़ियों को कांस्य पदक मिलता है। भारत की पुरुष और महिला स्क्वाश टीमों ने मंगलवार को यहां टीम स्पर्धा में आसान जीत के साथ एशियाई खेलों में अपने अभियान का शानदार आगाज किया। अनुभवी जोशना चिनप्पा, 15 साल की अनाहत सिंह, और तन्वी खन्ना की तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय महिला टीम ने पूल बी के अपने शुरुआती मैच में पाकिस्तान को 3-0 से मात दी, जबकि पुरुष टीम ने सिंगापुर और कतर को सामान 3-0 के अंतर से हराया।
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