
दुर्ग/भिलाई (खबरगली) दुर्ग भिलाई अपने आवास पर ईडी की छापेमारी के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “इस संकट की घड़ी में आप मजबूती से खड़े रहे। मैं हाथ जोड़कर आपका आभार व्यक्त करता हूं।” ईडी के जाने के बाद आज भूपेश बघेल ने अपने समर्थको को संबोधन किया। ईडी की कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मैंने विधानसभा में सवाल पूछा तो छापा मार दिया। कवासी लखमा ने सवाल पूछा तो उनको जेल में डाल दिया। हमारे यहां ईडी को कुछ नहीं मिला। नोट गिनने की मशीन सिर्फ इसलिए मंगाई गई ताकि मीडिया में प्रचारित हो कि बहुत पैसा मिला होगा। मुझे एआईसीसी महासचिव एवं पंजाब का प्रभार दिया गया है, इससे भाजपा घबरा गई।
कहा मेरे घर से ईडी को तीन चीजें मिली हैं
1. मंतूराम और डॉ पुनीत गुप्ता (डॉ रमन सिंह जी के दामाद) के बीच करोड़ों के लेनदेन की बातचीत की पेनड्राइव
2. डॉ रमन सिंह जी के पुत्र अभिषाक सिंह की सेल कंपनी के कागज
3. पूरे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्रीधन, “कैश इन हैंड” मिलाकर लगभग 33 लाख रुपए, जिनका हिसाब उनको दिया जाएगा।हमारे संयुक्त परिवार में किसानी ही व्यवसाय है। 140 एकड़ में खेती करते हैं और हमारे घर में जो पैसा है वह खेती, डेयरी व्यवसाय का पैसा है। मुख्य बात यह है कि ED के अधिकारी कोई ECIR नंबर नहीं दे पाए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर ईडी की जांच के दौरान बाहर आक्रोशित समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। समर्थकों ने अफसरों से झूमाझटकी करते हुए ईडी अफसर के वाहन पर तोड़फोड़ की कोशिश की । इसे देखते हुए भूपेश बघेल के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई । बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया । हंगामा शांत कराने स्थानीय पुलिस ने कई कांग्रेसी को हिरासत में लिया।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, बघेल के निवास में बड़ी मात्रा में नगदी मिलने की सूचना पर ईडी और बैंक के अधिकारी नोट गिनने की मशीन लेकर बघेल के घर पहुंचे । ED ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी जब्त किया है। भूपेश बघेल के घर से 6 मोबाइल फोन से ईडी के अधिकारी बातचीत की डिटेल खंगाल रहे।डिजिटल ट्रांजेक्शन के हिसाब निकाल रहे।
बता दें कि भूपेश बघेल के निवास पर ED तड़के सुबह से जांच कर रही थी। जानकारी के अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर दबिश दी है। ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े परिसर से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डॉक्यूमेंट जब्त किए गए हैं। ईडी चैतन्य बघेल के ठिकानों की तलाशी और एक्शन इकट्ठा किए गए साक्ष्यों और कुछ बयानों के आधार पर ले रही है। दावे के मुताबिक 2100 करोड़ रुपए के शराब घोटाले के मामले में चैतन्य भी एक की प्लेयर हैं। ईडी के मुताबिक चैतन्य बघेल को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। बता दें कि ईडी ने चैतन्य बघेल के ठिकानों सहित छत्तीसगढ़ में 14 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
बता दें कि कथित शराब घोटाले को लेकर आरोप है कि इसमें 2019 और 2022 के बीच राज्य के खजाने से करीब 2,161 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई। ईडी के मुताबिक जांच के दौरान एजेंसी को ऐसे सबूत मिले, जिनका संबंध चैतन्य बघेल से है। एजेंसी ने मौजूदा सबूतों को तलाशी का आधार बताया है. ईडी की जांच में सीनियर ब्यूरोक्रेट्स, राजनेताओं और आबकारी विभाग के अधिकारियों से जुड़े एक नेटवर्क का भी पता चला है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है।बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे।
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