कार्टून वॉच , हरिभूमि और आईएनएच का संयुक्त आयोजन
रायपुर (khabargali) देश की एकमात्र कार्टून पत्रिका कार्टून वॉच द्वारा होली के अवसर पर आयोजित किये जाने वाले महामूर्ख सम्मेलन का यह 27वां वर्ष है. हर बरस किसी ना किसी गणमान्य व्यक्ति को यह उपाधि दी जाती है और लोग इसे सहर्ष स्वीकार भी करते हैं. सत्ता के गलियारे में इस बात को लेकर चर्चा गर्म है कि 27वें वर्ष में कार्टून वॉच इस बार किसे यह ताज पहनाने जा रही है और क्यों ?
ज्ञातव्य है कि इस उपाधि से भूपेश बघेल सन 2000 में ही नवाजे जा चुके हैं जब वे अविभाजित मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री थे. इस सूची में काफी प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं जैसे रमेश बैस, सरोज पाण्डेय, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, कुलदीप जुनेजा, चंद्रशेखर साहू, विमल चोपड़ा, प्रमोद दुबे, केदार कश्यप, विकास उपाध्याय, शैलेश नितिन त्रिवेदी, छगन मूंदड़ा एवं अन्य.
कार्टून वॉच के सम्पादक त्रयम्बक शर्मा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि इस वर्ष यह आयोजन 16 मार्च 2022 को संध्या 5.00 बजे रायपुर के हरिभूमि प्रांगण, टिकरा पारा में किया जायेगा. यह आयोजन हरिभूमि और आईएनएच न्यूज चैनल के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है.
श्री शर्मा ने कहा कम से कम मूर्खता का विषय ऐसा होना चाहिये जिसमें लोग अपनी परिधि को लांघ कर शामिल हो सकें. उन्होंने बताया कि 27 वर्ष पूर्व यह आयोजन भिलाई से प्रारंभ किया गया था और अब यह प्रदेश का गरिमामय आयोजन बन चुका है और लोग हर बरस इस आयोजन का और किसी नये व्यक्ति को यह ताज मिलने का इंतजार करते हैं.
कार्टून वॉच के सम्पादक त्रयम्बक शर्मा ने बताया कि विगत 27 वर्षों में अनेक गणमान्य लोगों को महामूर्ख का खिताब एक सकारात्मक सोच के साथ प्रदान किया गया. उन्होंने कहा कि महामूर्ख सम्मेलन भारत की एक पुरानी परंपरा है जो धीरे धीरे विलुप्त हो रही है. श्री शर्मा ने कहा कि कार्टून वॉच इस परंपरा को सकारात्मक और रचनात्मक सोच के साथ सहेजे हुये है.
इस वर्ष होने वाले आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री धरम लाल कौशिक , विशेष अतिथि के रूप में डॉ. हिमांशु द्विवेदी उपस्थित होंगे. होलिका दहन के एक दिन पूर्व होने वाले इस महामूर्ख सम्मेलन में, हास्य कवि श्री रामेश्वर वैष्णव, कवियत्री श्रीमती दीपिका झा, श्री उमाशंकर मनमौजी (भोपाल), श्री शशिभूषण स्नेही (बिलाईगढ़), श्री भूषण चिपड़े एवं प्रशांत कानस्कर (भिलाई) अपनी कविताओं से श्रोताओं को हंसने पर मजबूर करेंगे.
श्री शर्मा ने बताया कि महामूर्ख का खिताब सकारात्मक मूर्खता करने के लिये दिया जाता है. आज ईमानदारी को, सहयोग करने को या दूसरों का हित सोचने को मूर्खता कहा जाता है और माना भी जाता है. कार्टून वॉच का मानना है कि ऐसी मूर्खताऐं करने योग्य होती हैं और इसलिये ऐसे व्यक्तियों का सम्मान होना ही चाहिये.
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