
रायपुर (khabargali) दिल्ली, मुंबई, पुणे, चेन्नई और हैदराबाद के बाद देश की एकमात्र कार्टून पत्रिका अपने 27वें वर्ष में अपना प्रतिष्ठित आयोजन कार्टून फेस्टिवल इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में 25 मार्च 2023 को होटल मेघालय के सभागार में आयोजित किया. आयोजन का उदघाटन मेयर श्रीमती हरि वेंकटा कुमारी ने अन्य अतिथियों की तरह ही कार्टून बनाकर किया. अपने उद्बोधन में मेयर ने कहा कि वे इस आयोजन में मुख्य आतिथ्य निभाने को लेकर बहुत उत्साहित हैं क्योंकि इस आयोजन में पूर्व में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भी मुख्य अतिथि रह चुके हैं. उन्होंने इस वर्ष कार्टून उत्सव के लिए उनके शहर को चुनने के लिए संपादक त्र्यम्बक शर्मा के प्रति आभार व्यक्त किया.

विशेष अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक अनिल कुमार साहू ने कहा कि वे पहली बार इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं और यह देखकर प्रसन्नता अनुभव कर रहे हैं कि हमारे प्रदेश की पत्रिका की ख्याति देशव्यापी है. इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ पर्यटन का एक प्रेजेंटेशन भी दिया और आंध्र प्रदेश के लोगों को छत्तीसगढ़ आने का आमंत्रण भी दिया.
अतिथि वक्ता के रूप में उपस्थित आंध्रा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डीवीआर मूर्ति ने कहा कि कार्टूनिस्ट कभी झूठ नहीं बोलते और उनका सच कार्टून में प्रतिलक्षित हो जाता है.
इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के तीन वरिष्ठ कार्टूनिस्ट एम. शंकर राव, टी.वेंकट राव एवं हरि वेंकट रमना को कार्टून वाॅच के जीवन गौरव पुरस्कार/लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया.

कार्टून वाॅच के सम्पादक त्रयम्बक शर्मा ने जारी विज्ञप्ति ने बताया कि सम्मान उपरांत तीनों कार्टूनिस्टों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने इस आयोजन के लिये कार्टून वॉच और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया.
उल्लेखनीय है छत्तीसगढ़ से निकलने वाली एकमात्र पत्रिका कार्टून वाॅच ने अब तक दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक में अनेक कार्टूनिस्टों का सम्मान कर चुकी है. इस अवसर पर कार्टून वाॅच के कार्टून फेस्टिवल विशेषांक का विमोचन भी किया गया.
उल्लेखनीय है कि हर वर्ष यह आयोजन देश के विभिन्न हिस्सों में छ.ग. शासन और छ.ग. पर्यटन मंडल के सहयोग से किया जाता है. उल्लेखनीय है कि हाॅल ही में कार्टून वाॅच ने अपना रजत जयंती समारोह राजभवन के दरबार हाॅल में आयोजित किया था जिसमें छ.ग. के कार्टूनिस्टों का सम्मान किया गया था. पूर्व में इस सम्मान से कार्टूनिस्ट आर.के.लक्ष्मण, सुधीर तैलंग, आबिद सुरती जैसे अनेक ख्यातिनाम कार्टूनिस्ट सम्मानित हो चुके हैं. ज्ञातव्य है कि कार्टून वाॅच पत्रिका के कार्टून उत्सव में पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शरीक हो चुके हैं और कार्टूनिस्ट बाला साहेब ठाकरे ने एकमात्र सम्मान कार्टून वाॅच द्वारा ही ग्रहण किया है. यह पत्रिका लंदन में कार्टून एक्जीबीशन कर चुकी है और पेरिस में आयोजित ग्लोबल कार्टून फोरम की बैठक में 32 देशों के कार्टूनिस्टों के साथ इसके सम्पादक कार्टूनिस्ट त्रयम्बक शर्मा को आमंत्रित किया गया था.
इस पत्रिका के पच्चीसवें वर्ष में प्रवेश पर हाल ही में इंडिया टुडे ने पूरे एक पृष्ठ का लेख भी प्रकाशित किया है. आॅन लाईन कार्टून म्यूजियम कार्टून वाॅच पत्रिका ने पचास साल पुराने कार्टूनों को पुनः पाठकों के बीच लाने और उन्हें सहेजने के लिये आॅन लाईन कार्टून म्यूजियम का निर्माण किया है जिसमें शंकर पिल्लई,मारियो मिराण्डा,आर.के.लक्ष्मण, सुधीर तैलंग सहित अनेक पुराने कार्टूनिस्टों का कार्य देखा जा सकता है.
कार्टून का सकारात्मक उपयोग कार्टून को वैसे नकारात्मक रूप से देखा जाता है लेकिन कार्टून वाॅच ने अपने 25 साल के सफर में कार्टूनों का सकारात्मक उपयोग जारी रखा है. समय समय पर पर्यावरण, उर्जा संरक्षण, नशा मुक्ति जैसे विषयों पर अखिल भारतीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इन प्रतियोगिताओं में नये पुराने दोनों कार्टूनिस्ट हिस्सा लेते हैं और अपनी रचनात्मकता दर्शाते हैं.
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