इसमें खिलाड़ी पहले चेस खेलते हैं, फिर मुक्केबाजी करते हैं और फिर चेस खेलने बैठ जाते हैं
कोलकाता (khabargali) चेस (शतरंज) बॉक्सिंग खेल , खेलो इंडिया 2021 शामिल किया गया है । चेस बॉक्सिंग एक चेस और बॉक्सिंग का संयोजन है जो शतरंज के वैकल्पिक दौर में खेला जाता है। आपको बता दें कि खेलो इंडिया युथ गेम्स 2021 के वर्ष में हरियाणा में आयोजित होने वाली है, जो कि भारत के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की निगरानी के तहत होगी। कोलकाता के मोंटू दास विश्व चेस बॉक्सिंग संगठन के अध्यक्ष हैं, उन्होंने भारत में भी चैस बॉक्सिंग संगठन बनाया है जिसके भी वे अध्यक्ष हैं। श्री दास ने कहा "यह सभी चेस बॉक्सिंग का गर्व का क्षण है और खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 ने हमें सभी चेस बॉक्सर को एक महान अवसर दिया है।" खिलाड़ियों के कौशल, प्रतिभा और उनके अच्छे प्रदर्शन को दिखाने का एक अच्छा मौका मिला है।
मोंटू दास 2011में भारत लेकर आए इस खेल को
श्री मोंटू दास, जो 1989 के वर्ष में बचपन से मार्शल आर्ट के अग्रणी थे, उन्होंने 2011 के वर्ष में भारत में इस खेल को लाया और कोलकाता में चेस बॉक्सिंग क्लब के रूप में कोलकाता में भारत का पहला चेस बॉक्सिंग क्लब बनाया, फिर शतरंज बॉक्सिंग ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (CBOI) का गठन किया। इसके बाद पूरे देश के विभिन्न हिस्सों में 20 से अधिक स्टेट चैस बॉक्सिंग एसोसिएशन की स्थापना की । उन्होंने 8 बार नेशनल चैंपियनशिप और दो बार विश्व चैंपियनशिप (एमेच्योर) का आयोजन किया। कुछ दिनों पहले श्री मोंटू दास को विश्व चैस बॉक्सिंग संगठन , जर्मनी के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।
जानें चैस बॉक्सिंग के नियम को
इस खेल में चेस और बॉक्सिंग के सभी मूल नियम हैं। हालांकि चेस के एक राउंड का अधिकतम समय 18 मिनट है। यानी एक खिलाड़ी 9 मिनट का समय ले सकता है। वहीं बॉक्सिंग में तीन-तीन मिनट के पांच राउंड होते हैं। बॉक्सिंग राउंड के बाद चेस वहीं से शुरू किया जाता है जहां वह रोका गया था। चेस और बॉक्सिंग राउंड्स के बीच खिलाड़ी को एक मिनट का ब्रेक मिलता है। अधिकतम 11 राउंड होते हैं। विजेता को शतरंज राउंड में चेकमेट द्वारा, बॉक्सिंग राउंड में केओ, बॉक्सिंग राउंड में टीकेओ, शतरंज राउंड या वॉकओवर में समय से अधिक का निर्णय लिया जा सकता है।
70 के दशक में लंदन में हुई शुरुआत
70 के दशक में लंदन के पास एक बॉक्सिंग क्लब में इस खेल का पहला आयोजन हुआ। 2003 में बर्लिन में वर्ल्ड चेस बॉक्सिंग ऑर्गेनाइजेेशन का गठन हुआ जहाँ पहली चेस बॉक्सिंग चैम्पियनशिप हुई। यह खेल आज अमेरिका, जर्मनी, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस में काफी लोकप्रिय है। हालांकि अब भारत के साथ-साथ, चीन व ईरान में भी इसके खिलाड़ियों और प्रतियोगिताओं की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है। इस खेल को भारत में शुरू हुए 4 साल हुए हैं। मगर अब इससे जुड़े कई संघ तैयार हो गए हैं।
कॉमिक बुक से मिला इस खेल का आइडिया
चेस बॉक्सिंग, दरअसल दिमाग और शरीर दोनों की क्षमता एक साथ परखने वाला खेल है। इसमें शामिल खिलाड़ी पहले चेस खेलते हैं, फिर मुक्केबाजी करते हैं और फिर चेस खेलने बैठ जाते हैं। इस तरह चेस के 6 राउंड के बीच मुक्केबाजी के 5 राउंड होते हैं। दो बेहद अलग तरह के इन खेलों को मिलाकर नया खेल ईजाद करने का आइडिया हॉलैंड के कलाबाज लीपे रुबनिंघ को 1992 की एक कॉमिक बुक से मिला था। यह कॉमिक फ्रांस के कार्टूनिस्ट एनकी बिलाल ने लिखी थी और उसमें चेस बॉक्सिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप का उल्लेख था। हालांकि कॉमिक में खिलाड़ी बॉक्सिंग के सभी राउंड पूरे करने के बाद चेस में आमने-सामने होते हैं। रुबनिंघ ने इसमें थोड़े बदलाव कर चेस के राउंड्स के बीच बॉक्सिंग को डाल दिया। साथ में इसके नियम-कायदे भी बनाए।
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