बोरवेल में 80 फीट नीचे गिरे राहुल को बचाने छत्तीसगढ़ सरकार ने झोंकी पूरी ताकत
रायपुर (अजय सक्सेना @ khabargali) जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखण्ड के ग्राम पिहरीद में बने बोरवेल में गिरे 11 साल के राहुल साहू को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन पिछले तीन दिनों से जारी है। राहुल करीब 80 फीट गहरे गड्ढे में फंसा हुआ है। कैमरे के जरिए राहुल की हलचल देखी जा रही है और उस तक ऑक्सीजन समेत खाने-पीने की चीजें पहुंचाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि राहुल को सकुशल निकालने की हर सम्भव कोशिश करना है। यही वजह है कि सीएम रातभर लगातार रेस्क्यू का अपडेट लेते रहे। राहुल को बचाने के लिए विशेषज्ञों को इस कार्य में लगाया गया है। पिछले 24 घँटे से प्रशासनिक , पुलिस महकमा और NDRF और SDRF की टीम के सदस्य घटना स्थल से हिला नहीं है । मुख्यमंत्री स्वयं रेस्क्यू के पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मिशन सिर्फ एक राहुल को बचाना है....।
कैमरे में दिखा राहुल का साहस
अधिकारियों के मुताबिक अभी तक 70 फिट गड्ढा किया जा चुका है। बोरवेल के अंदर राहुल एक पत्थर पर अटका हुआ है। अंदर राहुल के हालात का पता लगाने के लिए बोरवेल में रस्सी के सहारे एक कैमरा लटकाया गया है। इसी कैमरे में राहुल की हलचल नजर आ रही है। वह बोर में थोड़े बहुत पानी को भी बाल्टी में भरता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है। दरअसल, बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बर्तन में पानी को भरने में मदद कर रहा है। मौके पर मौजूद डॉक्टरों के अनुसार राहुल की हालत ठीक है हालांकि, समय बीतने के साथ ही उसमें कुछ कमजोरी के लक्षण भी दिख रहे हैं। बोरवेल में रस्सी के सहारे राहुल के लिए केला, फ्रूट और जूस पहुंचाया गया है।
तोर नाती ला निकाल लेबो : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अपने निवास कार्यालय से राहुल के माता गीता साहू और पिता राम कुमार साहू सहित परिजनों से जांजगीर-चांपा कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मोबाइल पर वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि आप बिलकुल चिंता न करें हम पूरा प्रयास कर रहे हैं भूपेश बघेल ने राहुल साहू के परिवार से वीडियो कॉल पर बात की। कहा-‘तोर नाती ला निकाल लेबो.. ‘
60 फिट के ऊपर हुई खुदाई
रेस्क्यू स्टेशन से गहराई की ली गई नाप के अनुसार, 61.5 फीट खुदाई हो चुकी है। करीब 60 फीट नीचे JCB को उतार कर सुरंग बनाने वाली जगह के आसपास से मिट्टी हटाई जाएगी। बताया गया है कि 9 मीटर की टनल बनाई जाएगी। टनल के लिए करीब 20 फीट लंबा पाइप तैयार किया गया है। काम शुरू होने के बाद उसे नीचे उतारा जाएगा।
रोबोट से निकालने का प्रयास हुआ विफल
राहुल के बचाव के लिए गुजरात से रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर को बुलाया गया। उन्होंने रोबोट के जरिए राहुल को बाहर निकालने का प्रयास किया, पर कीचड़ और पानी के चलते रोबोट सफल नहीं हो सका।दरअसल अभी तक महेश ने जिन बच्चों को रोबोट के जरिए रेस्क्यू किया है, उनमें सभी की उम्र 3 से 5 साल के बीच थी और उनके वजन कम थे।
SECL के अनेक बचाव दल मौजूद
प्रशासन के निर्देश पर अब तक SECL की कुसमुंडा, मानिकपुर और मनेंद्रगढ़ से भी रेस्क्यू टीम पहुंची है। इसे SECL की सबसे बड़ी रेस्क्यू टीम बताया जा रहा है। यह टीम अंडरग्राउंड खदान में अचानक होने वाली दुर्घटनाओं के समय राहत और बचाव कार्य करती है। वह अपने साथ कई तरह के उपकरण लेकर आई है। ऑफिसर इंचार्ज जीपी शुक्ला के नेतृत्व में 10 सदस्य इस टीम में हैं।
खेलते वक्त बोरवेल में गिर गया था राहुल
बता दें कि राहुल शुक्रवार को खेलते समय घर के पास ही खुदे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा था। इसकी जानकारी परिजनों को लगभग तीन घंटे बाद मिली, फिर प्रशासन को इसकी सूचना दी गई।
बचाव कार्य में ये हैं लगे
राहुल को बचाने जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला, एसपी विजय अग्रवाल के साथ 4 आईएएस, 2 आईपीएस, 1 एएसपी, 2 डिप्टी कलेक्टर, 5 तहसीलदार, 4 डीएसपी, 8 इंस्पेक्टर, समेत रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर से भी बचाव दल जी जान से लगा हुआ है,साथ ही पुलिस के करीब 120 जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं। इसके अलावा 32 एनडीआरएफ, 15 एसडीआरएफ और सेना के जवान दिन रात एक किये हुए हैं। 500 अधिकारियों/कर्मचारियों की फ़ौज कर रही है राहुल की वापसी का मार्ग प्रशस्त। राहुल को सकुशल निकलने के लिए 4 पोकलेन, 6 जेसीबी, 3 फायर ब्रिगेड, हाइड्रा, स्टोन ब्रेकर, 10 ट्रैक्टर, होरिजेंटल ट्रंक मेकर जैसी मशीनों से काम लिया जा रहा है । सभी का मिशन सिर्फ एक है..राहुल को सकुशल बाहर निकालना।
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