रायपुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग के मुखिया का कार्यभार संभालने के लिए नए डीजीपी की नियुक्ति की तैयारी जोरों पर है। वर्तमान डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल 5 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। उनके बाद राज्य को नया डीजीपी मिलने वाला है।
तीन अधिकारियों के नाम पैनल में शामिल
छत्तीसगढ़ सरकार ने नए डीजीपी के चयन के लिए तीन नामों का पैनल केंद्र सरकार को भेजा है। इस पैनल में अरुण देव गौतम, पवन देव और हिमांशु गुप्ता के नाम शामिल हैं। ये तीनों अधिकारी पहले ही डीजी रैंक पर प्रमोट हो चुके हैं।
हालांकि, पहले एसआरपी कल्लूरी और प्रदीप गुप्ता के नाम भी पैनल में थे, लेकिन अंतिम सूची में इन्हें शामिल नहीं किया गया। यूपीएससी को भेजे गए पैनल में सिर्फ तीन नामों को जगह दी गई है।
नए साल में छत्तीसगढ़ को मिलेगा नया डीजीपी
अशोक जुनेजा को अगस्त 2022 में पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होने वाला था, लेकिन उन्हें 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया। अब उनका कार्यकाल 5 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है।
सरकार की ओर से तीन नामों का पैनल केंद्र को भेजा गया है। केंद्र सरकार द्वारा इन नामों पर विचार कर, विभिन्न मापदंडों और अधिकारियों के प्रदर्शन के आधार पर अगले डीजीपी का चयन किया जाएगा। संभावना है कि नए साल की शुरुआत में छत्तीसगढ़ को नया डीजीपी मिल जाएगा।
केंद्र सरकार करेगी अंतिम निर्णय
छत्तीसगढ़ सरकार ने भाजपा शासित केंद्र सरकार को तीन नामों का पैनल भेजा है। इस सूची में शामिल किसी एक अधिकारी को डीजीपी नियुक्त किया जाएगा। सरकार ने प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब अंतिम निर्णय केंद्र के हाथ में है। डीजीपी अशोक जुनेजा को क्यों! मिला था एक्सटेंशन?
अशोक जुनेजा को नवंबर 2021 में तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी की जगह प्रभारी डीजीपी नियुक्त किया गया था। 10 महीने बाद, अगस्त 2022 में उन्हें पूर्णकालिक डीजीपी बनाया गया। रिटायरमेंट के करीब पहुंचने पर उन्हें 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के बाद वह इस पद पर कार्यरत रहे।
छत्तीसगढ़ में नए डीजीपी की नियुक्ति से प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में नया नेतृत्व देखने को मिलेगा। सभी की नजरें अब इस पर हैं कि केंद्र सरकार तीन नामों में से किसे चुनती है।
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