
पुलवामा के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
मुस्लिम नहीं है, गोली मार दो...आतंकियों ने नाम पूछकर किया हमला
पहलगाम/श्रीनगर (खबरगली) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं. एक शख्स इजरायल और एक इटली का रहने वाला है. घायलों की संख्या 20 तक बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि पहाड़ी से उतरे आतंकी और बैसरन घाटी में आए पर्यटकों पर दागने लगे. कुल चार आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें से तीन पाकिस्तानी और एक लोकल कश्मीरी है. जब दोपहर को यह वारदात हुई तब सैलानी वहां घुड़सवारी कर रहे थे और कुछ सैर-सपाटा के दौरान मैगी खा रहे तभी आतंकी वहां पहुंचे और उन्होंने पंजाबी में टूरिस्ट से उनका मजहब पूछा. पहचान स्थापित होने के बाद लोगों को मौत के घाट उतारा गया. इस दौरान करीब 50 राउड फायरिंग की गई. पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर समर्थित आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है. यह आतंकी संगठन पहले भी दूसरे राज्य के लोगों पर हमला कर चुका है.
पीएम नरेंद्र मोदी इस वक्त सउदी अरब में हैं. पीएम ने सउदी से गृह मंत्री अमित शाह को फोन मिलाया और तुरंत पहलगाम जाने का निदेश दिया. गृह मंत्री अमित शाह इस वक्त श्रीनगर पहुंच चुके हैं. आतंकवादियों की तलाशा के लिए इलाके की घेरेबंदी के साथ हेलीकॉप्टर से खोजबीन की जा रही है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर घूमने जाने वाले टूरिस्ट श्रीनगर के साथ पहलगाम जरूर जाते हैं. यहां की बेताब वैली काफी मशहूर है. पर्यटकों पर हमला बैसरन में हुआ. यह बेताब वैली से 10 किलोमीटर की दूरी पर है. आज दोपहर तक पर्यटकों से भरा रहा पहलगाम रिसॉर्ट जो हमले के तुरंत बाद सुनसान हो गया और पर्यटक अपनी सुरक्षा के डर से वहां से चले गए।
हिंदू नाम सुनते ही दागी गोलियां
जम्मू कश्मीर के पहलगाम हमले में धर्म के आधार हमले का खुलासा हुआ है. आतंकवादियों ने टूरिस्ट का नाम पूछकर अपनी हैवानियत दिखाई। घायलों और मौके पर मौजूद लोगों ने बताया है कि आतंकवादियों ने पहले सैलानियों से उनका नाम पूछा और हिंदू नाम सुनने के बाद गोली मार दी. पर्यटन से आजीविका कमाने वाले मुट्ठी भर स्थानीय लोग जान बचाने के लिए भाग गए, जिससे पर्यटक बेबस होकर रह गए.एक महिला ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘मेरे पति को सिर में गोली मारी गई... उन्हें मुसलमान न होने की वजह से गोली मारी गई.’ अपना नाम नहीं बताने वाली महिला ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की गुहार लगाई। महिला ने इस संवाददाता से बेतहाशा गुहार लगाई, ‘भैया प्लीज मेरे पति को बचा लो.’ कुछ लोग इतने स्तब्ध थे कि कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सके और स्थानीय लोग उनकी मदद कर रहे थे.
पुलिस की वर्दी में थे हमलावर!
टूरिस्ट को निशाना बनाने वाले कुछ आतंकी पुलिस की वर्दी में थे. इसके चलते स्थानीय लोगों के साथ टूरिस्ट भी आतंकी होने का अनुमान नहीं लगा पाए. यह भी सामने आया है कि 2 से तीन हमलावर पुलिस की वर्दी में थे. घटना के बाद आईजी और डीआईजी समेत तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले भी नॉन कश्मीरियों को निशाना बनाया गया था.
हमले में भारतीय नौसेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी मौत
भारतीय नौसेना के एक अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, जिनकी उम्र 26 वर्ष है, पहलगाम हमले में उनकी मौत हो गई है. वे हरियाणा के मूल निवासी हैं और 16 अप्रैल को उनकी शादी हुई थी. नरवाल कोच्चि में तैनात थे और फिलहाल छुट्टी पर थे.
कश्मीर में आतंकी हमले का वक्त सबसे अहम
आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब सालों तक आतंकवाद से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है. साथ ही, 38 दिवसीय अमरनाथ तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होनी है, जिसका एक पारंपरिक रास्ता पहलगाम से होकर जाता है. इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए देशभर में पंजीकरण चल रहा है. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस भी अपने परिवार के साथ चार दिवसीय दौरे पर भारत आए हुए हैं.
आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा : मोदी
आज ही सऊदी अरब के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं घायल लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.
ग्रह मंत्री शाह ने संभाली कमान
गृह मंत्री अमित शाह इस वक्त श्रीनगर पहुंच चुके हैं. इससे पहले अमित शाह आईबी चीफ, जम्मू-कश्मीर के डीजी और सेना व सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग भी की. पीएम मोदी इस मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपलब्ध रहे. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला भी इस घटना को लेकर काफी गंभीर हैं. वो तुरंत ही पहलगाम के लिए निकल रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा अधिकारी सहित जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज कुमार सिन्हा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहे. खुफिया सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक आतंकी टूरिस्ट के बड़े ग्रुप को टारगेट करने की फिराक में थे. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आतंकी फरार हो गए. सुनियोजित तरीके से टूरिस्ट को निशाना बनाया गया. गर्मियों के इस सीजन में घाटी में टूरिस्ट की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. टूरिस्ट को निशाना बनाकर आतंकी जम्मू-कश्मीर में सैलानियों के प्रवेश को रोकना चाहते हैं.
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