भिलाई (khabargali) पुलिस लाइन दुर्ग में पदस्थ कांस्टेबल अभिषेक राय ने सल्फास खाकर जान दे दी। कांस्टेबल शहीद का बेटा था। उसे अपने पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया। आत्महत्या की मुख्य वजह स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि शनिवार शाम 4 बजे अभिषेक राय बाथरुम में गया। जहां उसने सल्फास खा लिया। जमीन पर गिर गया। जैसे ही परिजनों को पता चला तो उसे लेकर चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों और उसके साथियों से पूछताछ में यह बात सामने आ रही है कि वह किसी बात को लेकर तनाव में था। तनाव में आकर उसने अत्मघाती कदम उठा लिया।
मामा ने कहा, वह छुट्टी में गया था, उसका आमद नहीं ले रहे थे
उसके मामा विवेकानंद राय ने बताया कि वह छुट्टी लिया था। उसकी ड्यूटी बटालिएन में आयोजित पुलिस गेम में लगाई गई थी। लेकिन वह छुट्टी पर चला गया था। जब वह लाइन में आमद देने गया तो उसकी आमद नहीं ले रहे थे। ड्यूटी एक मैडम के यहां लगाई गई थी। संकोची स्वभाव होने के कारण उनके यहां ड्यूटी नहीं करना चाह रहा था। इस लिए वह दुर्ग पुलिस लाइन गया। वहां से दोपहर 3 बजे घर आया। बॉथरुम में गिर गया था। उसने बताया कि उसने सल्फास खा लिया है। अस्पताल ले चलो। मैं जिंदा नहीं बचूंगा।
नारायणपुर बम ब्लास्ट में शहीद हुए थे पिता
उसके मामा ने बताया कि अभिषेक के पिता संजय राय नारायणपुर तैनात थे। जहां बम डियूज के दौरान ब्लास्ट हो गया था। जिसमें शहीद हो गए थे। अभिषेक को पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति मिली थी।
15 दिन पहले उसका ट्रांसफर भिलाई-3 हुआ था
पुलिस ने बताया कि 15 दिन पहले आरक्षकों के स्थानातरण के दौरान लाइन से उसका ट्रांसफर भिलाई तीन थाना हो गया था। उस दौरान उसकी मां ने कहा था कि उसका एक्सीडेंट हो गया था। वह गाड़ी नहीं चला पाएगा। उसे लाइन में रहने दिया जाए। एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने उसे आश्वासन देकर भेज दिया था। शनिवार को लाइन में आरआई से मिलने गया था। उन्होंने रुकने के लिए बोला था, लेकिन कुछ देर बाद वह वहां से वापस आ गया था।
- Log in to post comments