
भिलाई (khabargali) गरीबों के हक के चावल की हेराफेरी मामले को कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने संज्ञान में लिया है। उन्होंने गड़बड़ी करने वाले राइस मिल संचालकों और कोचियों पर नकेल कसने 15 सदस्यीय टीम गठित की है। टीम को जांच कर गड़बड़ी पाए जाने पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सख्त हिदायत दी है कि जहां गड़बड़ी पाई गई तो उस दुकान की मान्यता को समाप्त कर दी जाएगी।
दुर्ग जिले में करोड़ों रुपए की हो रही पीडीएस चावल की हेराफेरी की जांच तीन भागों में होगी। इसमें दुर्ग अनुविभाग, भिलाई-छावनी और भिलाई तीन को शामिल किया गया है। हर जोन की टीम में पांच अधिकारी होंगे। जिसमें दुर्ग अनुविभागीय अधिकारी, संबंधित क्षेत्र के सहायक खाद्य अधिकारी, संबंधित जोन कमिश्नर, खाद्य निरीक्षक और क्वालिटी इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है। यह 15 सदस्यीय टीम कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसेगी।
जानकारी के मुताबिक जैसे ही टीम का गठन हुआ, खुर्सीपार में रहने वाले चावल दलाल को इसकी भनक लग गई। उसने पहले ही अपने सहयोगियों को अलर्ट कर दिया है। जितने भी गोदाम हैं, उसे खाली करने के लिए कह दिया है, ताकि टीम आई तो गोदाम में खाली मिले।
कालाबाजारों को मिल रहा संरक्षण
सुपेला, छावनी, कैंप एरिया, खुर्सीपार, भिलाई टाउनशिप और दुर्ग अनुविभाग में पीडीएस चावल की कालाबाजारी करने वालों की राजनीति से जुड़े रसूखदारों के पास भीड़ लगी रहती है। बताते हैं कि वे एप्रोच लगवाते हैं। बताया जाता है कि ऐसे लोगों की बाकायदा लिस्ट बनती है। फिर कालाबाजारी शुरू होता है।
ऐसे चलता है कालाबाजारी का चक्र
कस्टम मिलिंग कर राईस मिलर्स नान के गोदाम में चावल जमा करते हैं। यही चावल राशन दुकानों में भेजा जाता है। राशन दुकानों से दलालों के जरिए यह चावल फिर राइस मिल में पहुंच जाता है। राइस मिलर उसी चावल को फिर नान के गोदाम में जमा कर देता है। इस चक्र चलते रहता है।
अभी तक नहीं हुई कार्रवाई
पखवाड़े भर के अंदर वैशाली नगर थाना क्षेत्र में चावल से लोड एक ऑटो को पीडीएस चावल के संदेह में पकड़ा गया। उसमें चावल की बोरियां भरी थी। चालक ने यह बताया कि चावल को गायत्री राइसमिल ले जा रहा था। उस मामले में खाद्य निरीक्षक चंद्र प्रकाश बघेल ने चावल का सैंपल लिया था। फिलहाल उस मामले में जांच अभी लंबित है।
मामले में एफआईआर दर्ज न करवा कर चावल को राजसात कर खाद्य विभाग के अधिकारियों ने खानापूर्ति कर ली। मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया।
राशन दुकानों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की एक महीने का बैकअप लेकर उसकी जांच करेंगे, ताकि यह पता लग सके कि किस दुकान से पीडीएस चावल कोचिए लोड करते हैं।
दुर्ग, भिलाई, रिसाली और भिलाई तीन थाना क्षेत्रों में पीडीएस चावल की बेधड़क हेराफेरी की जा रही है। इन क्षेत्रों में पीडीएस चावल की कालाबाजारी करने दलाल सक्रिय है। यहां तक चावल की दलाली करने वाले अपने शागिर्द बनाए हुए हैं। सीधे फूड कंट्रोलर तक अपनी पैठ बनाकर दुकानों की शिकायत करवाते हैं। इसके बाद कंट्रोलर से दुकानों को अपने शिष्यों की दुकान में अटैच कराते हैं, फिर धड़ल्ले से चावल की हेराफेरी कराते हैं। इस तरह से गरीबों के हक में डाका डाल कर शासन को चपत लगा रहे हैं।
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