अखिल भारतीय प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
सीएम के कैरीकेचर को बनाया गया सेल्फी पाइंट
रायपुर.(khabargali) विश्व कार्टूनिस्ट दिवस के अवसर पर आज शाम 5 मई 2022 को संस्कृति विभाग के परिसर में कार्टूनिस्ट दिवस मनाया गया जिसके तहत संध्या 5.30 बजे संस्कृति विभाग की कला दीर्घा में संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य ने किया. इस अवसर पर माधव जोशी और बिबेक सेनगुप्ता और त्रयम्बक शर्मा के साथ छत्तीसगढ़ के कार्टूनिस्ट सागर कुमार, भागवत साहू, अजय सक्सेना, धनेश दिवाकर के कार्टून्स की प्रदर्शनी लगी. कार्यक्रम में सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष नवल शुक्ल, कबीर शोध पीठ के अध्यक्ष कुणाल शुक्ला, संघर्ष यदु, संजय दीक्षित, सुभाष शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे.
उसके बाद 6 बजे से 7.30 बजे तक दिल्ली से आये माधव जोशी और बैंगलोर से आये बिबेक सेनगुप्ता और त्रयम्बक शर्मा के साथ छत्तीसगढ़ के कार्टूनिस्ट मस्ती की पाठशाला में लोग शामिल हुये. इस कार्टून वर्क शाॅप में हंसी ठहाके के साथ कला प्रेमियों ने कार्टून बनाने के हुनर पर बात की. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल के कैरिकेचर को सेल्फी पाइंट के रूप में बनाया गया और लोग उनके साथ तस्वीरें लेते दिखे.
श्री शर्मा ने बताया कि इस मौके पर आयोजित की गई अखिल भारतीय कार्टून प्रतियोगिता को काफी अच्छा परिसाद प्राप्त हुआ है और देश के अनेक राज्यों के साथ साथ विदेश के कार्टूनिस्टों ने भी अपनी प्रविष्टियां भेजी हैं.
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार हैं.
भारी संख्या में आई प्रविष्टियों को देखते हुये जूरी मेंबर्स ने इस बार भी प्रथम तीन पुरस्कारों को दो दो लोगों में बांटना उचित समझा. प्रथम पुरस्कार के लिये भिलाई के वीरेन्द्र ओगले को और पुणे के राम देशमुख दोनों को पांच पांच हजार के नगद पुरस्कार दिये जायेंगे. वहीं द्वितीय पुरस्कार बैंगलोर के नान्जुंदा स्वामी और जम्मू के मनोज चोपड़ा के बीच बांटा गया दोनों को तीन हजार पांच सौ रूपये प्रदान किये जायेंगे वहीं तृतीय पुरस्कार भी दिल्ली के मनोज कुरील और दार्जिलिंग के मोयेमुख मुखर्जी को दिया जायेगा दोनों को दो हजार पांच सौ रूपये के पुरस्कार मिलेंगे.
इसके अलावा बीस लोगों को स्पेशल पुरस्कार के रूप में एक एक हजार रूपये प्रदान किये जायेंगे जिनके नाम इस प्रकार हैं - पाइडी श्रीनिवास, वारंगल से, राहुल बैतूल से, पियूष जाधव रायपुर से, रघुपति श्रृंगेरी बैंगलोर से, वल्लूरी कृष्णा हैदराबाद से, वी नागराज और वडापल्ली वेन्कटेश तेलंगाना से, श्रीपद पालकर करड से, सुनीला दीक्षित सिकंदराबाद से, नवस केरल से, राजशेखर तेलंगाना से, प्राजक्ता पटनायक रायपुर केपीएस से, बद्री पुरोहित कोप्पल से, अश्विनि अबनी ओड़िसा से, मोट्टुपुरु हैदराबाद से, कल्लोल मजूमदार कोलकाता से, सयंतन सन्याल हुगली से, राहित सिवनी से, वरचस्वी हैदराबाद से और बी.वी.पाण्डुरंगा राव बैंगलोर से. इस प्रतियोगिता में मैंगलोर, बैंगलोर, हैदराबाद, विशाखापटनम, नांदेड़, जबलपुर, रायपुर, केरल, दार्जिलिंग, कोलकाता, वेस्ट बंगाल श्री शर्मा ने बताया कि आश्चर्य का विषय है कि अखिल भारतीय प्रतियोगिता होने के बावजूद विदेशी कार्टूनिस्टों ने वैश्विक सौहार्द के रूप में इसमें प्रविष्टियां भेजी हैं. उन्हें पुरस्कार प्राप्त नहीं होंगे लेकिन उनके कार्टूनों को प्रदर्शनी में और कार्टून वाॅच में शामिल किया जा सकेगा. दूसरा आश्चर्य का विषय यह है कि विदेश से आये कार्टून में सबसे ज्यादा चीन से कार्टून आये हैं. उल्लेखनीय है कि प्रतियोगिता का विषय - दोस्ती करें युद्ध नहीं, रखा गया था, जो आज वैश्विक मुद्दा है.कार्टून प्रदर्शनी दूसरे दिन यानि 6 मई को भी जारी रही.
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