self-help group

बिहान में कोसा धागाकरण बना आय का जरिया

स्व-सहायता समूह की मासिक आय 70 हजार रुपए से ज्यादा

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ में ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं और उन्हें रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसकी एक बानगी कोरबा में देखने को मिलती है, जहां महिलाएं रेशम के धागों से अपनी जिंदगी की कहानी नए सिरे से बुन रही हैं। यहां राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के तहत स्व-सहायता समूह की महिलाएं कोसा फल से धागे निकालकर उन्हें रेशम बैंक में बेच रही हैं और हर महीने 70 हजार रुपये से ज्यादा लाभ कमा रही हैं