her thesis is 'Challenges of the twenty-first century and the study of the changing structure and sensibility of Hindi stories

रायपुर (खबरगली) हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा रायपुर की जीतेश्वरी को उनके शोध प्रबंध 'इक्कीसवीं शताब्दी की चुनौतियां और हिंदी कहानी की बदलती हुई संरचना एवं संवेदना का अनुशीलन ( किरण सिंह, तरुण भटनागर, उमा शंकर चौधरी, ज्योति चावला और दिव्य विजय की कहानियों के संदर्भ में )' विषय पर डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई है। जीतेश्वरी ने अपना यह शोध प्रबंध डॉ. कैलाश शर्मा के निर्देशन में तथा डॉ.अभिनेष सुराना के सह निर्देशन में शोध केंद्र हिंदी विभाग, शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के माध्यम से प्रस्तुत किया था।