रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के निर्देश पर एसीबी ने अमल तेज कर दिया है। राजधानी महिला थाने की टीआई को दहेज प्रताड़ना के मामले में अपराध दर्ज करने के नाम पर रिश्वत लेते हुए और धमतरी के नायब तहसीलदार क्षीरसागर बघेल को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने एसीबी को फ्री हैंड देते हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे। एसीबी ACB ने अभी तक दो दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए जेल भेज चुकी है। इनमें एसडीएम से लेकर ज्वाइंट डायरेक्टर, एसई, ईई और कई तहसीलदार और पटवारी शामिल हैं।
आज का पहला मामला
मिली जानकारी कैे मुबातिक पीड़िता का पति उसे दहेज के लिए मीना से प्रताड़ित कर रहा था लगभग 4 महीने से पीडित खाने के चक्कर काट रही थी मगर थाना प्रभारी वेदवती दरियो उसे घूमा रही थी। थाना प्रभारी ने ₹50000की डिमांड की थी जिसके बाद ₹35000 में फिर लिखने का सौदा तय हुआ। पीड़िता ने इसकी सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो को दे दी और शुक्रवार को ₹20000 लेकर थाने पहुंची पीड़िता ने जैसे ही महिला थाना प्रभारी को पैसे दिए उसने अपने जेब में रख दिए और कुछ ही देर बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पहुंच गई और जब से रिश्वत की रकम बरामद की।
दूसरा मामला
ACB की टीम ने आज धमतरी के नायब तहसीलदार क्षीरसागर बघेल को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। कागजी कार्रवाई के बाद कल उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। जाहिर है, रंगे हाथ ट्रेप होने पर तीन महीने से पहले जमानत नहीं मिलती। अफसरों ने बताया कि रेवेन्यू केस में धमतरी नायब तहसीदार 50 हजार रिश्वत मांग रहे थे। इसकी शिकायत एसीबी में हुई और एसीबी टीम ने जाल बिछाकर आज नायब तहसीलदार को पकड़ लिया।
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