चार सितंबर को उनके आखिरी सवाल के शो का टीवी पर प्रसारण होगा
बैतूल(मध्यप्रदेश) (khabargali) किस्मत साथ दें और खुद का हौसला हो तो कुछ भी संभव है। बैतूल जिले की चिचोली तहसील का ग्राम असाड़ी इन दिनों टीवी गेम शो -कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी )- में 50 लाख रुपये जीतने वाले छात्र बंटी वाडिवा के कारण सुर्खियां बटोर रहा है। आदिवासी समाज के पहले युवा ने कौन बनेगा करोड़पति टीवी शो की हाट सीट पर पहुंचकर 50 लाख रुपये जीत लिए। उनकी इस उपलब्धि पर गांव ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी चर्चा हो रही है। बीसीए की पढ़ाई कर चुके 27 वर्षीय बंटी वाडिवा वर्ष 2019 से ही करोड़पति बनने का सपना संजोकर टीवी शो में जाने के लिए तैयारी कर रहे थे। उनकी किस्मत ने साथ दिया और मई 2024 में उनका पंजीयन हो गया। 26 मई को ऑडिशन देने के लिए उन्हें मुंबई बुलाया गया। इसके बाद साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी होने पर वे करोड़पति बनने के लिए शो में पहुंचने वाले जिले के पहले प्रतिभागी बन गए।
रिस्की मोड़ पर दिखाई अक्लमंदी
अपने बैंक खाते में मात्र 240 रुपये लेकर केबीसी में अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर बंटी वाडिवा ने 50 लाख रुपये के सवाल का सही जवाब देकर एक करोड़ रुपये जीतने की राह आसान कर ली थी। अंतिम सवाल का जवाब उन्हें या तो शो से बाहर हो जाने या फिर रिस्क लेने के मोड़ पर ले आया था। सवाल का सही जवाब पता न होने पर उन्होंने 50 लाख रुपये की जीत से ही संतोष किया और खेल से बाहर होने का निर्णय लिया। केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचकर वह जिस तरह से खेले, उसके लिए अमिताभ बच्चन ने भी उनकी तारीफ की और 50 लाख रुपये की रकम जीतने पर बधाई दी। चार सितंबर को उनके आखिरी सवाल के शो का टीवी पर प्रसारण होगा।
संघर्ष खत्म करने के जुनून ने हॉट सीट पर पहुंचाया
केबीसी में 50 लाख रुपये जीतने वाले बंटी वाडिवा ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण जैसे-तैसे बैतूल में बीसीए की पढ़ाई पूरी की। एमसीए करने का सपना था, लेकिन भोपाल के निजी कालेज की फीस इतनी अधिक थी कि दो एकड़ खेत के भरोसे पांच लोगों के परिवार का भरण-पोषण करने वाले पिता उसे भरने में समर्थ नहीं हो पाए। वर्ष 2019 में अपने गांव असाड़ी लौटकर आने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रारंभ की और केबीसी की हॉट सीट पर पहुंचने का मन बनाया। मेरा सोचना था कि यदि इस जगह पर पहुंच गया तो एक करोड़ रुपये जीतकर संघर्ष को खत्म कर दूंगा। बंटी वाडिवा का कहना है कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी पर इतना भरोसा था कि वह हॉट सीट पर बैठकर करोड़पति बनकर ही लौटेंगे। 50 लाख रुपये जीतने के बाद तो ऐसा लग रहा था कि अब मंजिल बहुत आसान हो जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
जीती रकम का ऐसे करेंगे इस्तेमाल
बंटी वाडिवा ने बताया कि 50 लाख रुपये बहुत बड़ी राशि है। इससे वह अपनी आगे की पढ़ाई किसी अच्छे कॉलेज में कर सिविल सेवा की तैयारी करेंगे। इसके साथ ही पिता गुलबू वाडिवा एवं माता फुल्लोबाई के सिर पर पक्की छत के सपने को पूरा करेंगे। एक छोटे भाई और बहन की पढ़ाई एवं शादी की जिम्मेदारी भी अब वह पूरी कर पाएंगे। (साभार-नदु)
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