कुछ लोग अपने आप को कानून से ऊपर समझते हैं : भूपेश बघेल

Bhupesh baghel

रायपुर (khabargali) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली से रायपुर लौटे एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि सोनिया गांधी जी ने बैठक बुलाई थी जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.  मेंबर शिप को लेकर, गांधी जी की 150वीं जयंती के कार्यक्रम को लेकर और आंदोलन की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई. सीएम ने छत्तीसगढ़ में मंदी नहीं होने और ऑटोमोबाइल सेक्टर के बढ़ने को लेकर कहा कि सरकार की नीतियां है उसके चलते अर्थव्यवस्था पर मंदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. बघेल ने अमित शाह के उस बयान का भी विरोध किया जिसमें उन्होंने कहा था कि एक देश एक चुनाव ,भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी दो चुनाव है दंतेवाड़ा और चित्रकोट इन दोनों चुनाव को तो एक साथ कर आ नहीं पाए और जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं करते हैं.

शिव शंकर भट्ट शुरू से ही रमन सिंह के नजदीकी 

मुख्यमंत्री बघेल ने शिव शंकर भट्ट के बयान पर कहा कि शिव शंकर शुरू से ही रमन सिंह के नजदीकी रहे हैं. लगातार उनको संरक्षण शिव शंकर भट्ट को देते रहे हैं इसमें षड्यंत्र कैसा, इनके बीच में जो मिलीभगत है वह उजागर हो गई है. रमन सिंह यह कहते हैं कि अपराधी के बयान पर अपराध दर्ज किया गया. रमन सिंह उस समय सो रहे थे जब पी चिदंबरम के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ आज वह जेल में हैं बेल भी नहीं मिली, वह भी एक अपराधी के बयान पर कार्रवाई हुई है तो रमन सिंह को अचानक यह ज्ञान कहां से मिला.

विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी

21 लाख फर्जी राशनकार्ड की बात पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यही आरोप हम लगाते रहें और इसी आरोप की पुष्टि शिव शंकर भट्ट ने कर दी है. 36 हजार करोड़ का घोटाला है सीधा सीधा यह.... रमन सिंह चाउर वाले बाबा कहलाते थे अब यह सिद्ध हो गया कि वह क्या है.

साबित करके बताएं कि बदले की कार्रवाई है

भूपेश बघेल का बड़ा बयान मैं चुनौती देता हूं एक भी अगर मैंने बदले की कार्रवाई की हो तो जितने भी एफआईआर है प्रकरण में.. आयोग बनाने की बात है.. जांच की बात है ..वह रमन सिंह के कार्यकाल से ही शुरू हुई थी. हमारे तरफ से अतिरिक्त कोई कार्यवाही नहीं की गई है. न हीं कोई एफ आई आर दर्ज की गई है.. मैं चुनौती देता हूं साबित करके बताएं अगर मैंने बदले की भावना से कोई कार्रवाई की है तो

शिवशंकर भट्ट के बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन तथा महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी  ने की पत्रकारवार्ता 

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  • दबाव में चुप थे, अब रमन सिंह के घोटालों का सच सामने आ रहा है : कांग्रेस

  • भाजपा का घोटाला, भाजपा के कार्यकाल में ही खुला था, कांग्रेस तो जांच आगे बढ़ा रही है।

नान घोटाले पर नए बयान ने साबित किया कि सीएम कौन और सीएम मैडम कौन

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री गिरीश देवांगन एवं  संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज एक पत्रवार्ता  में कहा कि  नान घोटाला रमन सिंह जी के मुख्यमंत्री रहते हुए भाजपा सरकार में हुआ। नान घोटाले को रमन सिंह के समय ही एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पकड़ा. अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी उसी समय हुई। उसी समय जप्त डायरी से पता चला कि पैसा सीएम, सीएम मैडम और ऐश्वर्या रेसीडेंसी में जाता था. अब एक व्यक्ति शिवशंकर भट्ट ने अदालत में शपथपूर्वक बयान देकर जो बातें कहीं है, वे नान घोटाले की भयानकता को दर्शाती है. अनुमान लगाया गया था कि कुल 36000 करोड़ रूपये का नान घोटाला हुआ है लेकिन शिवशंकर भट्ट के बयान से लगता है कि घोटाला कहीं बड़ा था. बयान में भारतीय जनता पार्टी कार्यालय, तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के घर पर और दूसरे भाजपा नेताओं के घर पैसा पहुंचाने के विवरण दिए गए हैं. इस बयान से साबित हो गया है कि डायरी में दर्ज सीएम रमन सिंह ही थे, सीएम मैडम उनकी पत्नी वीणा सिंह ही थीं. कांग्रेस उम्मीद करती है कि इस बयान के बाद नए सिरे से जांच की जाएगी और सच सामने आएगा.

अभी तो कुछ फ़ाइलों की धूल झाड़ी गई है... 

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह जी ने अंतागढ़ मामले में मंतूराम पवार और नान के मामले में शिवशंकर भट्ट के बयान पर हास्यास्पद प्रतिक्रिया दी है. वे कह रहे हैं कि काग्रेंस की सरकार दबाव डालकर बयान दिलवा रही है. सच यह है कि दोनों मामले भाजपा सरकार के दौरान ही दर्ज हुए थे. कांग्रेस विपक्ष में रहते हुए जो आरोप लगा रह थी, उसके सबूत भी एक-एक करके मिल रहे थे। सच यह है कि भाजपा सरकार ने दबाव डालकर सच को सामने आने से रोक रखा था. अब जब सरकार बदली है और यह विश्वास हो गया है कि अब भाजपा के नेता किसी तरह से कोई नुक़सान नहीं पहुंचा सकते तो सच सामने आ रहा है. मंतूराम पवार और शिवशंकर भट्ट के बयान बताते हैं कि दोनों पर कितना दबाव पूर्ववर्ती सरकार का रहा होगा. रमन सिंह जी दरअसल डरे हुए हैं कि इन दोनों बयानों के बाद शेष मामलों में भी लोग खुलकर सामने आने लगे तो उनके कार्यकाल के सारे घोटालों का सच सामने आ जाएगा. जैसा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने विधानसभा में कहा था, अभी तो कुछ फ़ाइलों की धूल झाड़ी गई है, अभी नई जांच तो बाक़ी है. रमन सिंह सच जानते हैं और यह भी जानते हैं कि अगर सच सामने आए तो उनका क्या हश्र होगा.