शोक में डूबी शिक्षिका ने करवाया पखांजुर थाने में FIR दर्ज...ख़बरगली अलर्ट
कांकेर @ लीलाधर निर्मलकर (khabargali) ऑनलाइन गेम्स इन दिनों बच्चों के सिर चढ़ चुका है. घंटों बच्चे इन गेम्स में समय बिता रहे हैं. कोरोना की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से ज्यादा से ज्यादा समय फोन और कंप्यूटर पर बिता रहे हैं. इसका खामियाजा परिजनों को उठाना पड़ रहा है.शहरों के साथ- साथ अब ऐसे मामले ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में भी होने लगे हैं. ऐसे ही एक मामला पखांजूर में सामने आया. एक शिक्षिका के खाते से 3 लाख 22 हजार रुपये की राशि निकाल ली गई. महिला ने ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत जब पुलिस से की, तो जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई. जांच में जो बात सामने आई, उसे सुनकर महिला के होश उड़ गए. दरअसल महिला के 11 साल के बेटे ने ही पूरी रकम ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान खर्च कर दी थी.
पखांजुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत में शिक्षिका शुभ्रा पाल ने साइबर फ्रॉड को लेकर शिकायत की है । टीचर के 12 वर्षीय लड़के ने ऑनलाइन गेम के दौरान लेवल बढ़ाने के लिए 3.2 लाख रुपये के गेम में इस्तेमाल होने वाले वर्चुअल हथियार खरीदे हैं. तीन महीने के अंदर लड़के ने 278 ट्रांजेक्शन किए हैं. पुलिस ने कहा कि परिवार के लोगों भनक इसलिए नहीं लगी कि ट्रांजेक्शन के लिए कोई ओटीपी नहीं मांगा गया था. पुलिस के अनुसार इस ग्रुप में दो बच्चे और हैं, जो महिला शिक्षिका के बेटे के साथ गेम खेलते थे. संभव है कि गेम खेलने के लिए उन लोगों ने भी लाखों के वर्चुअल हथियार खरीदे हैं. 25 जून को शिक्षिका उस वक्त हैरान रह गई, जब उसके खाते से 3.2 लाख रुपये गायब मिले. उसके बाद वह डर गई, उसी दिन शिक्षिका ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि शिक्षिका के फोन से ही आठ मार्च से लेकर 10 जून तक ट्रांजेक्शन हुए हैं। पुलिस ने महिला टीचर को सुझाव दिया कि इस बारे में वह अपने बच्चे से बात करें। महिला यह जानकर दंग रह गई कि बेटा एक ऑनलाइन गेम से जुड़ा हुआ था। उसमें लेवल बढ़ाने और अतिरिक्त सुविधाओं के लिए हथियार खरीदे और इसके लिए वित्तीय लेनदेन भी किया था।
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