श्याम मानव को भेजा जवाब- 'अंधविश्वास फैलाने के नहीं मिले सबूत...
नागपुर (khabargali) अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा शिकायत के मामले में बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को नागपुर पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है। पुलिस ने कहा है कि वीडियो में देखने में अंधश्रद्धा या अंधविश्वास जैसा कुछ नहीं है। पुलिस ने अपना लिखित जवाब अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष और शिकायतकर्ता श्याम मानव को भेजा है। दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री की नागपुर में में 5 से 11 जनवरी के बीच एक कार्यक्रम 'श्रीराम चरित्र चर्चा' आयोजित हुई थी। इसके खिलाफ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने नागपुर पुलिस से शिकायत की थी। समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास और जादू-टोना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
धीरेंद्र शास्त्री पर नागपुर पुलिस की सफाई
धीरेंद्र शास्त्री पर लगे आरोपों पर नागपुर पुलिस के कमिश्नर अमितेश कुमार ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, 'बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 5 से 11 जनवरी के बीच जो कार्यक्रम हुआ था। वीडियोज की बारीक तरीके से जांच वहिनी पुलिस द्वारा की गई। इसमें बेसिकली किसी प्रकार का अंधश्रद्धा को फैलाया जा रहा है या अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून 2013 या ड्रग्स ऐंड कॉस्मेटिक्स ऐक्ट के तहत गुनाह होता नहीं नजर आ रहा है। इसमें हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उनके द्वारा किसी तरह का अंधविश्वास नहीं फैलाया जा रहा है। इसकी जानकारी हम उनके पास पहुंचा रहे हैं।'
क्या है पूरा मामला?
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित है. यहां के महाराज धीरेंद्र शास्त्री 'दिव्य चमत्कारी दरबार' लगाते हैं। यहां वो दावा करते हैं कि उन्हें आपके बारे में सब पता है। वहां आने वाले लोग पर्ची में अपनी समस्या लिखते हैं और धीरेंद्र शास्त्री उनके बताए बिना ही अपनी पर्ची में उनकी समस्या लिख देते हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने जनवरी में 'श्रीराम चरित्र चर्चा' नागपुर में आयोजित की थी। ये कथा 13 जनवरी तक चलनी थी। लेकिन 11 जनवरी को ही खत्म हो गई थी। कहा जा रहा था कि महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की शिकायत के चलते ऐसा हुआ। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव ने बागेश्वर धाम बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर ढोंग रचने का आरोप लगाया था। श्याम मानव ने कहा था कि बाबा का कार्यक्रम तो 5 से 13 जनवरी तक होना था। लेकिन वे तो पहले ही कार्यक्रम छोड़कर भाग निकले। श्याम मानव ने कहा कि बाबा धर्म के नाम पर लोगों को बरगलाते हैं। दरअसल श्याम मानव की समिति ने बागेश्वर बाबा को लेकर कहा कि हमने उन्हें खुली चुनौती दी थी। लेकिन वे इसे स्वीकार करने से पहले ही कथा का कार्यक्रम छोड़ भाग निकले।
धीरेंद्र शास्त्री ने भी दिया था जवाब
हालांकि, इन आरोपों पर धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि वो कोई अंधविश्वास नहीं फैला रहे हैं और न ही किसी की समस्या दूर कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने ये भी कहा था कि 'हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार.' इसके बाद से धीरेंद्र शास्त्री के दावों को लेकर देशभर में बहस छिड़ी है। कुछ लोग इसे आस्था का मुद्दा बता रहे हैं, तो कुछ लोग अंधविश्वास बताकर धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
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