बंगाल में SIR के दबाव में महिला BLO की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा– ‘मुझसे प्रेशर सहन नहीं हुआ’

A female BLO in Bengal committed suicide under pressure from her boss; she wrote in her suicide note, "I could not bear the pressure."

 कोलकाता (खबरगली)  पश्चिम बंगाल से एक चौंकाने वाली और दुखद घटना सामने आई है, जहां कृष्णानगर की एक महिला बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। यह घटना उस समय हुई जब पूरे राज्य में चुनाव आयोग द्वारा संचालित SIR—Special Intensive Revision का काम तेजी से चल रहा है। महिला BLO का आखिरी नोट मौके से मिला है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह भारी प्रशासनिक दबाव नहीं झेल पा रही थीं।

कौन थीं मृतक महिला BLO?

जानकारी के मुताबिक, मृतका का नाम रिंकू तरफदार था। वह कृष्णानगर के षष्ठी तलाई में रहती थीं और चापरा थाना क्षेत्र के बंगालझी इलाके के बूथ नंबर 202 पर BLO के रूप में तैनात थीं। रिंकू पिछले कई दिनों से SIR के काम का बोझ उठा रही थीं। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उनसे लगातार दबाव डाला जा रहा था और यह प्रेशर वह अब और सहन नहीं कर पा रही थीं। रिंकू ने अपने आखिरी नोट में लिखा: “अगर BLO काम नहीं कर पाए तो एडमिनिस्ट्रेटिव प्रेशर आएगा, यह मैं नहीं मान सकती!” उन्होंने अपनी मौत के लिए सीधे तौर पर चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया।

ममता बनर्जी ने घटना पर गुस्सा जताया

घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा: “यह जानकर गहरा सदमा लगा कि कृष्णानगर में आज एक और BLO ने आत्महत्या कर ली। BLO रिंकू तरफदार ने अपने अंतिम नोट में चुनाव आयोग को दोषी ठहराया है। अब और कितनी जानें जाएंगी? इस SIR प्रक्रिया के कारण और कितने लोग मरेंगे? यह बेहद चिंताजनक है।” ममता ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही चुनाव आयोग को SIR प्रक्रिया की “मानव-सेवा क्षमता” और “दबाव” को लेकर आगाह कर चुकी थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।

क्या है SIR प्रक्रिया?

पश्चिम बंगाल में चल रही SIR—Special Intensive Revision—एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें मतदाता सूचियों का गहन सत्यापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान: BLO घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करते हैं मतदाताओं के दस्तावेजों की जांच करते हैं डुप्लीकेट एंट्री हटाते हैं नए योग्य मतदाताओं के नाम जोड़ते हैं SIR का उद्देश्य है कि कोई पात्र मतदाता छूटे नहीं और कोई अपात्र मतदाता सूची में ना रहे।

कब तक चलेगी SIR प्रक्रिया?

SIR प्रक्रिया पश्चिम बंगाल में 4 नवंबर 2025 को शुरू हुई थी और यह 4 दिसंबर 2025 तक चलेगी। एक महीने की इस प्रक्रिया में BLO को रोजाना कई घंटों तक घर-घर जाकर फॉर्म भरने और दस्तावेज़ सत्यापित करने का काम करना पड़ रहा है। इस काम के बढ़ते दबाव को लेकर राज्यभर के BLO पहले भी आवाज उठा चुके हैं। कई जगहों से शिकायतें मिली हैं कि BLO को पर्याप्त समय, संसाधन और सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जा रही।