

रायपुर (खबरगली) राजधानी के अग्रोहा कालोनी की युवा और प्रतिभाशाली कथक नृत्यांगना वंशिका गुप्ता, जिन्हें प्यार से 'मिली' भी कहते हैं, ने अपनी कला का लोहा मनवाते हुए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने हाल ही में रंग मंदिर में आयोजित 'ऐडा' (ऑल इंडिया डांस एसोसिएशन) की अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता 2025 में कथक के वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह प्रतियोगिता 2 से 12 अक्टूबर तक आयोजित की गई है, और इसमें 'नटवर गोपी कृष्णा राष्ट्रीय पुरस्कार' भी प्रदान किए जाते हैं।

पिछले 7-8 वर्षों से, वंशिका रायपुर में अपनी गुरु संगीता कापसे की देखरेख में संगीता कला एकाडमी में कथक की बारीकियां सीख रही हैं। उनकी यह जीत उनकी कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण का नतीजा है। उन्होंने इससे पहले भी कई राज्यों और शहरों में अपनी प्रस्तुतियाँ देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है।
देवी स्तुति ने मन मोह लिया

वंशिका ने प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुति के लिए 'देवी स्तुति' को चुना, जिसमें उन्होंने अपनी गहरी भक्ति और कला का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। उन्होंने एक समर्पित भक्त के रूप में भगवान से अपने सपनों और लक्ष्यों की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा। अपनी मनमोहक और भावपूर्ण प्रस्तुति से उन्होंने न केवल मंच पर मौजूद दर्शकों का दिल जीता, बल्कि सभी पापों का नाश करने और भविष्य के लिए एक स्पष्ट और उत्तम मार्ग दिखाने की प्रार्थना भी की। उनकी इस खास प्रस्तुति ने निर्णायक मंडल को भी प्रभावित किया और उन्हें सीनियर वर्ग में सर्वश्रेष्ठ नृत्यांगना घोषित किया गया।

अध्ययन और कला का संतुलन
कक्षा ग्यारहवीं में दिशा स्कूल में पढ़ाई कर रही वंशिका ने दिखाया है कि पढ़ाई के साथ-साथ कला के प्रति अपने जुनून को भी सफलता के मुकाम तक पहुंचाया जा सकता है। उनकी यह जीत अन्य युवा कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है कि मेहनत और लगन से हर सपने को सच किया जा सकता है। वंशिका के पिता पंकज गुप्ता जी जो डेयरी का व्यापार करते है, ओर माता रजनी गुप्ता जी जो हाउज वाइफ है उनका भी बहुत बड़ा श्रेय है, उन्होंने अपनी बेटी को इस मुकाम तक पहुंचाया है , उनकी गुरु संगीता कापसे ने वंशिका की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है और उसकी सफलता एवं उन्नति के लिए आशीर्वचन दिए ।
- Log in to post comments