जांगड़े ने पत्र लिख अपनी उपेक्षा का दर्द बयां किया..पढ़ें क्या लिखा
रायपुर (khabargali) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पहली लोकसभा के सांसद स्व. रेशमलाल जांगड़े के सुपुत्र हेमचन्द्र जांगड़े जो कि अनुसूचित जाति आयोग का पूर्व सदस्य भी रहे हैं ने आज कांग्रेस पार्टी छोड़ने की घोषणा की। ख़बरगली को जो उन्होंने एक प्रेस नोट प्रेषित किया वह जस का तस हम यहाँ प्रकाशित कर रहे है।
कांग्रेस पार्टी छोड़ने की यह वजह बताई
मैं हेमचन्द्र जांगड़े स्व . श्री रेशमलाल जांगड़े जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पहली लोकसभा के सांसद का सुपुत्र हूँ । व अनुसूचित जाति आयोग का पूर्व सदस्य रहा हूँ । विगत 2.5 वर्ष पहले माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के समक्षा कांग्रेस पार्टी ज्वाईन की थी जो विश्वास और उम्मीद उन्होनें दिखाई थी , वो विश्वास और उम्मीद आज टुट गया , उन्होनें कहा था कि आपका और आपके पूरे परिवार का पूरा सम्मान इस पार्टी में होगा । में लगातार 1.5 से 2 वर्षों से उनसे सौजन्य भेंट कर चर्चा करने हेतु उनके निवास कार्यालय पार्टी दफ्तर में लगातर आवेदन देता रहा परन्तु आज पर्यन्त तक मुझे भेंट हेतु समय नहीं दिया गया और न ही मेरे पत्र का जवाब दिया गया यहां तक की उनके प्रदेश अध्यक्ष भी फोन कॉल का जवाब नहीं देते . विगत 21 जुलाई को मेरी माता जी श्रीमती कमला जांगड़े जी ने भी एक निवेदन मुख्यमंत्री निवास में दिया था इसके पूर्व भी कई बार निवेदन दे चुकी है । उन्हें भी समय मिलना तो दूर पत्र का जवाब तक नहीं मिला । इससे मैं और मेरा परिवार बेहद आहत है स्व . श्री रेशमलाल जांगड़े जी जो कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पहली लोकसभा के सांसद व सम्मानित व्यक्ति रहे है के परिवार के प्रति मुख्यमंत्री की यह उदासहीनता बेहद दुखद एवं पीड़ा दायक है । मुख्यमंत्री जी की उदासहीनता व उनके अड़ियल रवैये से निराश होकर आज में मीडिया के माध्यम से भारी दुखी मन से पार्टी छोड़ रहा हूँ ।
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