ट्रेड यूनियनों की छत्तीसगढ़ में हुई अभूतपूर्व हड़ताल

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बैंक, बीमा, कोयला, इस्पात, बालको, एन एम डी सी, परिवहन सहित अनेक प्रमुख संस्थानों में ठप्प रहा काम

रायपुर में हड़ताली कर्मचारियों की विशाल सभा हुई

रायपुर (खबरगली) इंटक, सीटू , एटक, ऐक्टू, एच एम एस सहित देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों आव्हान पर आज 9 जुलाई को आहूत आम हड़ताल संपूर्ण छत्तीसगढ़ में भी अभूतपूर्व रूप से सफल हुई । इस हड़ताल का राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर में व्यापक असर रहा l विशेषकर प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों एवं एल आई सी, केंद्रीय कार्यालय इनकम टैक्स, डाक विभाग, बी एस एन एल के कार्यालयों के ताले नहीं खुले l औद्योगिक क्षेत्र कोयला खदान, राजहरा, नंदिनी सहित माइंस में उत्पादन ठप्प रहा, एन एम डी सी सहित रायगढ़, सरगुजा, कोरबा कोयला खदान ठप्प रहे, बालको में शतप्रतिशत हड़ताल रही, भिलाई में इस्पात मजदूरों ने सारे गेट जाम कर हड़ताल कर जबरदस्त प्रदर्शन किए । असंगठित मजदूरों के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, मध्याह्न भोजन कर्मी, रसोईए, परिवहन मजदूर ने भी हड़ताल में जबरदस्त भागीदारी कर प्रदेश भर में रैलियां और प्रदर्शन आयोजित किए ।

अनेक निजी उद्योगों के समक्ष मजदूरों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन, धरना व सभाओं का आयोजन कर केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की और मजदूर विरोधी श्रम संहिता को गुलामी का दस्तावेज करार देकर उसे रद्द करने की मांग की l बीमा क्षेत्र में रायपुर, भोपाल, ग्वालियर , शहडोल, सतना, जबलपुर इंदौर, बिलासपुर मंडलों के 140 शाखाओं में शतप्रतिशत हड़ताल रही । वामपंथी पार्टियों ने भी प्रदेश भर में हड़ताल के समर्थन में विरोध सभाओं का आयोजन कर हड़ताली श्रमिकों के साथ एकजुटता व्यक्त की l

रायपुर में एल आई सी के पंडरी स्थित मंडल कार्यालय पर संयुक्त हड़ताली सभा संपन्न हुई l इसमें विभिन्न उद्योगों व श्रम संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शिरकत कीl प्रदेश के अनेक स्थानों पर संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसानों ने भी हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन और चक्का जाम संगठित किया । श्रमिकों ने अपने संस्थानों में हड़ताल सफल बनाने के बाद इस संयुक्त सभा में भी उपस्थिति दर्ज की l

इस संयुक्त सभा को ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के संयोजक का. धर्मराज महापात्र, आल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन से का. शिरीष नलगुंडवार , आल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन से का. वाय गोपा कृष्णन, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटुक के उपाध्यक्ष का. एन. पी. मिश्र एवं का. आशीष दुबे, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के राज्य सचिव का. एम के नंदी, प्राइवेट स्कूल टीचर्स संघ से का. राजेश अवस्थी, रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन के महासचिव का. सुरेंद्र शर्मा, सहसचिव द्वय का. गजेन्द्र पटेल एवं का. अनुसुइया ठाकुर, प्रमुख सदस्य का. एन. जे. राव, सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के सहसचिव का. वी.एस. बघेल, कोषाध्यक्ष का. संदीप सोनी, महिला उप संयोजक का. ज्योति पाटिल, छ ग दवा प्रतिनिधि संघ से का. प्रदीप मिश्रा, आल इंडिया इंश्योरेंस पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव का. अतुल देशमुख, क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच से का. तुहिन देव एवं ए आई सी सी टी यू से का. सौरा यादव ने संबोधित किया l

इस क्रम में विशाल संयुक्त सभा के मुख्य वक्ता का. धर्मराज महापात्र ने आज की हड़ताल को स्वतंत्र भारत के इतिहास की सबसे बड़ी जन लामबंदी निरूपित करते हुए केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों को मालिकों के पक्ष में बदले जाने के प्रयासों की कड़ी निंदा की l उन्होंने कहा कि 1886 में शिकागो के मजदूरों ने 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग करते हुए शहादते दी थी l मजदूरों के 140 साल पुराने संघर्षों पर मोदी सरकार की श्रम संहिताओं का हमला शर्मनाक है l उन्होंने संविधान व जनतंत्र पर जारी हमलों व सुनियोजित रूप से फैलाई जा रही सांप्रदायिकता दोनों के खिलाफ एकजुटता से लड़ने की जरूरत को रेखांकित किया l

बैंक कर्मचारी संघ के नेता का. शिरीष नलगुंडवार ने वित्तीय व सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण एवं एफ डी आई की नीतियों की कड़ी निंदा करते हुए समस्त सरकारी क्षेत्रों में तृतीय व चतुर्थ संवर्ग में तत्काल नई भर्ती की मांग की l उन्होंने बढ़ते ठेका करण, आउट सोर्सिंग, संविदा व अस्थाई रोजगार के स्थान पर नियमित भर्ती की मांग की l अन्य वक्ताओं ने भी न्यूनतम वेतन 26000 रुपए प्रतिमाह प्रदान करने, महंगाई व बेरोजगारी पर रोक लगाने, बीमा संशोधन अधिनियम वापस लेने, समान काम का समान वेतन प्रदान करने, किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने, श्रम संहिताओं को वापस लेने, बैंक बीमा सहित बुनियादी क्षेत्रों से एफ डी आई समाप्त करने, आवश्यक वस्तुओं से जी एस टी समाप्त करने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, एल आई सी में ट्रेड यूनियन को मान्यता देने, दलितों -महिलाओं -अल्पसंख्यकों पर जारी उत्पीड़न पर रोक लगाने,सांप्रदायिकता पर रोक लगाने सहित हड़ताल के प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से अपनी बातें रखी l अपनी प्रमुख मांगों पर जबरदस्त प्रदर्शन व नारेबाजी के साथ यह सभा संपन्न हुई l ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने प्रदेश के हर हिस्से के श्रमिक वर्ग को इस हड़ताल की सफलता के लिए अभिनंदन और बधाई प्रेषित की ।

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