भारत के लोकतंत्र को न कभी खतरा था, न रहेगा.. द पॉलिटिकल आब्जर्वर किताब के विमोचन समारोह में कहा राजनीतिक विचारक गिरजाशंकर ने

Barun Sakhaji's book The Political Observer, Senior Political Thinker Girijashank, Raipur, Senior Journalist Diwakar Muktibodh, Chhattisgarh, Khabargali

पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा- छत्तीसगढ़ का राजनीतिक संदर्भ है यह किताब

आप के प्रदेश प्रभारी संजीव झा ने कहा- किताबें खरीदिए, पढ़िए क्योंकि यही नया समाज गढ़ेगा

रायपुर (khabargali)आज जब हम लोकतंत्र पर चर्चा करते हैं तो गाहे बगाहे इस बात पर चले जाते हैं कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है, लोकतंत्र मर रहा है। ऐसा कुछ भी नहीं है। आजादी के समय से लेकर अब तक लोकतंत्र मजबूत होता आया है और इसकी जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं, कि इसे अब कोई खतरा नहीं हो सकता। यह बातें भोपाल से आए वरिष्ठ राजनीतिक विचारक गिरिजाशंकर ने कही। वे वृंदावन हॉल में बरुण सखाजी की किताब द पॉलिटिकल ऑब्जर्वर के विमोचन समारोह में बोल रहे थे।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि बरुण सखा जी की किताब छत्तीसगढ़ निर्माण से लेकर अब तक की राजनीतिक यात्रा का संदर्भ ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि उनकी बेबाक टिप्पणियां आने वाली पीढ़ी को बताएगी कि विचारों में निष्कर्ष कैसे दिया जाता है।

वरिष्ठ पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध ने इस किताब का संपादन किया है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को बहुत पढ़ने की जरूरत है। किताबें छापी जा रही हैं, लेकिन पढ़ने वाले कम हो रहे हैं। आप के प्रदेश प्रभारी संजीव झा ने कहा कि यह दौर चुनौती भरा है। यह सार्थक विमर्थ के लिए मंच नहीं है। इसलिए किताबों को घर घर तक पहुंचने की जरूरत है। यह वैचारिक खुराक है, जो सशक्त समाज का निर्माण करेगा।

इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार शिरीष मिश्रा, अजय भान सिंह व यशवंत गोहिल ने भी अपने विचार रखे। आभार प्रदर्शन किताब के लेखक बरुण सखाजी ने किया। मंच संचालन राहुल सौमित्र ने किया। आयोजन में हेल्थकेयर एंड शेयर, सिंधी समाज, एक पहल के प्रकाश बजाज, ओमप्रकाश तीर्थानी, अमित डोई का सहयोग रहा। इस अवसर पर बिलासपुर, जांजगीर समेत प्रदेश से लोगों की उपस्थिति रही।