
दुर्ग संभाग आयुक्त ने संभाला प्रभारी कुलपति का भार
विवादों से घिरी रहीं चंद्राकर...खैरागढ़ में नागरिकों ने आतिशबाजी की
खैरागढ़ (khabargali) कुलाधिपति (राज्यपाल) विश्वभूषण हरिचंदन ने आज शुक्रवार को ऐतिहासिक इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. ममता चंद्राकर को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया। दुर्ग संभाग आयुक्त आईएएस सत्यनारायण राठौर को अस्थाई रूप से प्रभारी कुलपति बनाया गया है। श्री राठौर ने देर शाम विश्वविद्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण कर लिया।
विवादों से घिरा रहा ममता चंद्राकर का कार्यकाल
छत्तीसगढ़ की स्वर कोकिला के रूप में चर्चित पद्मश्री मोक्षदा (ममता) चंद्राकर का खैरागढ़ विश्वविद्यालय में बतौर कुलपति कार्यकाल नियुक्ति से लेकर अन्य ढेर सारे विवादों से घिरा रहा। उनका तीन साल का कार्यकाल करीब एक साल पहले ही खत्म हो चुका था, लेकिन आर्डिनेंस में संशोधन की वजह से वह कुलपति पद पर बनीं हुईं थीं। इतना ही नहीं उन पर यूनिवर्सिटी के ऑफ कैंपस को रायपुर में शिफ्ट करने का भी आरोप इस पर लगाया गया था। इसे लेकर जमकर विवाद हुआ था ।
श्रीमती चंद्राकर के खिलाफ खोला गया था मोर्चा
आरोप-प्रत्यारोप व विरोध के बीच बीते पखवाड़े राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर यादव ने श्रीमती चंद्राकर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और अनशन पर थे।वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान भी कई कर्मचारियों के विद्रोह किए जाने की जानकारी मिली थी। उल्लेखनीय है कि, इसके पहले भी खैरागढ़ के निवासियों ने काली पट्टी बांधकर मशाल रैली निकाली थी। साथ ही ममता की नियुक्ति के विरोध में खैरागढ़ बंद कराकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान कर्मचारियों पर पार्टी विशेष के लिए प्रचार करने का दबाव बनाने के भी आरोप लगे थे। कुलपति पद से श्रीमती चंद्राकर के हटने के बाद खैरागढ़ में नागरिकों ने आतिशबाजी की।
राजभवन के अधिकारियों ने बीआर यादव से मुलाकात की थी
बताया जा रहा है कि, राज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों ने सत्याग्रही रिटायर्ड शिक्षक बीआर यादव से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली। इसके बाद राज्यपाल के सचिव ने आदेश जारी कर उन्हें पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
यह है राजभवन का आदेश

- Log in to post comments