
नई दिल्ली (खबरगली) मानसून की भारी बारिश से उत्तर-पश्चिम भारत में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान व हरियाणा समेत कई राज्यों में मंगलवार को भारी बारिश का दौर जारी रहा। पोंग व भाखड़ा नांगल बांध से पानी निकासी से पंजाब के 12 जिलों में ढाई लाख लोग बाढ़ का कहर झेल रहे हैं। पंजाब में बाढ़ जनित हादसों मेें 29 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं केदारनाथ में इस सीजन की पहली बर्फबारी होने से मौसम का अलग रंग नजर आया।
यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने से हरियाणा और दिल्ली का जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से अत्यधिक पानी छोड़ने के कारण यमुना में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर व नोएडा में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया हैं। बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आगरा में ताजमहल की सुरक्षा को लेकर भी चिंता हैं। आपदा-दल अलर्ट मोड पर हैं।
पूरे भारत को भिगो रहा मानसून
आइएमडी के अनुसार मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली के अलावा पूर्वी राजस्थान, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, विदर्भ में अति भारी बारिश हुई। पश्चिम राजस्थान, मध्यप्रदेश, अंडमान-निकोबार, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, सिक्किम, मणिपुर, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, मणिपुर में भी भारी बारिश दर्ज की गई।
आगामी चेतावनी पूरा सप्ताह बरसेंगे बादल
आइएमडी के मुताबिक 3 से 8 सितंबर तक हिमाचल, पंजाब, पश्चिम उत्तरप्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ व पूर्वी राजस्थान व उत्तराखंड में अति भारी बारिश की संभावना है। 4 से 6 सितंबर तक गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा में अति भारी बारिश, 5 सितंबर तक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड व ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर अति भारी बारिश और 3 व 4 सितंबर तक केरल, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक व आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है।
- Log in to post comments