भोपाल (खबरगली) एम्स के शांत गलियारों में रविवार को मानवता का कोमल स्वर गूंज उठा। राजगढ़ की शाल्वी व उनके परिवार ने अपने सात माह के नवजात को खोने के दुख को एक नई रोशनी में बदल दिया। आंसुओं के बीच उन्होंने बच्चे का देहदान कर साहस और करुणा की मिसाल रची। एम्स में नन्हे दाता को गार्ड ऑफ ऑनर मिला—मानो देवदूत ने विदा ली हो।
एम्स में एक दंपती ने साहस और मानवता की मिसाल पेश की। 7 माह के नवजात बच्चे का देहदान किया। राजगढ़ निवासी शाल्वी पुत्री अजय पाराशर का 7वें माह में गर्भपात हो गया था। शाल्वी और परिजन ने पीड़ा को मानवतावादी उपहार में बदलने का निर्णय लिया।
एम्स में नवजात को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। परिजन ने बच्चे के देहदान का विचार किरण फाउंडेशन के साथ साझा किया। डॉ. राकेश भार्गव के सहयोग से यह प्रक्रिया पूरी की गई।
- Log in to post comments