
योगी स्पन्दन आर्ट कल्चर एजुकेशन फाउंडेशन के द्वारा संचालित नाट्य कार्यशाला में लेखक जयवर्धन रचित नाटक मस्तमौला का मंचन
रायपुर (खबरगली) सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था योगी स्पन्दन आर्ट कल्चर एजुकेशन फाउंडेशन के द्वारा संचालित नाट्य कार्यशाला के समापन अवसर पर लेखक जयवर्धन रचित नाटक मस्तमौला का मंचन शुक्रवार, 9 मई को जनमंच सड्डू में किया गया। नाटक का निर्देशन संस्था की अध्यक्ष श्रीमती अर्पिता बेडेकर का था। नाटक मे मकान मालिक और उनके किरायेदारों के जरिये कलाकारों के संघर्ष की कहानी प्रस्तुत की गईं।
कहानी मकान मालिक पंडित पंजीरीलाल और किरायेदार रंगीले, सुरीले, छबिले के इर्द गिर्द घूमती है। ये तीनो कलाकार बताते है कि स्वतंत्र कलाकार संघर्ष के बावजूद किस तरह मस्त रहते है और कहलाते है मस्तमौला। मकान मालिक कि बेटी आरती व नौकर फोकट के साथ अन्य किरदार जिनमे केंटीन वाली, दुकानदार, अख़बार वाला, आदमी, बाबूजी डॉ बेदर्द भी है, जो हास्य और व्यंग के साथ दर्शकों को गुदगुदाते है।
नाटक में ये थे कलाकार
पंडित पंजीरीलाल- रुपेश यादव, रंगीले- सूर्या तिवारी, सुरीले- ठावेन्द्र रजक, छबिले- शशांक नायडू, फोकट- विजय चौहान, आरती- श्रीरंजनी केहरी, केंटीनवाली- प्रीति यादव, डॉ बेदर्द/बाबूजी- देशान्त सिंह ठाकुर, अख़बार/दुकानदार/आदमी/सेठ- लक्ष्मीकांत दुबे शामिल हुए।
मंच से परे
मंच, रूप वेशभूषा- अरुण भांगे संगीत पक्ष हारमोनियम- लाला राम लोनिया तबला- गौरव पटेल विशेष सहयोग सुभाष मिश्रा, सहयोग- सुनील चिपडे अमित बेडेकर, हितेश पांडेय, केयूर बेडेकर, आनंद सिंग, महेंद्र राजपूत
नाटक के कुछ दृश्य






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