मंतूराम का खुलासा: 6 प्रत्याशियों को था 1-1 करोड़ रुपये का ऑफर, मिले सिर्फ 50 हजार...मुझे जोगी ने बेचा रमन ने खरीदा

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मंतूराम पवार ने रायपुर प्रेस क्लब में उपचुनाव के छह अन्य प्रत्याशियों के साथ  मीडिया के सामने अपनी बात रखी

रायपुर (khabargali )  अंतागढ़ टेप कांड मामले में मुख्य अभियुक्त और भाजपा से निष्कासित नेता और साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मैदान छोड़ने वाले कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार ने प्रत्याशियों की खरीद फरोख्त को लेकर कई खुलासे किए. मंतूराम पवार ने गुरुवार को रायपुर प्रेस क्लब में उपचुनाव के छह अन्य प्रत्याशियों के साथ प्रेस वार्ता ली. मीडिया के सामने अपनी बात रखी। इसमें उन्होंने बड़े खुलासे किए. मंतूराम ने कहा इस मामले में मुझे अजीत जोगी और डॉ रमन सिंह ने मिलकर मोहरा बनाया। मुझे सिर्फ झूठे आश्वासन दिए। मेरे ऊपर सात करोड़ रुपये लेकर नाम वापस लेने का आरोप लगा जो पूरी तरह गलत है। कि मेरे अलावा दूसरे प्रत्याशियों को भी उपचुनाव से नाम वापस लेने पैसों के ऑफर दिए गए थे. इसकी लालच में ही सबने मैदान छोड़ा था, लेकिन ऑफर देने वालों ने उनके साथ धोखा दिया. 

सात करोड़ रुपये का ऑफर दिया था

मंतूराम पवार ने बताया कि अंतागढ़ उपचुनाव  में नाम वापसी के लिए सात करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था, लेकिन उन्हे पैसे नहीं मिले. उनके अलावा 6 और प्रत्याशियों को 1-1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था, लेकिन उन्हें सिर्फ 50-50 हजार रुपये ही दिए गए. इसके बाद इसको लेकर इन सभी प्रत्याशियों ने भी कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया है.गौरतलब है कि इस मामले में बीते 18 सितंबर को धमतरी के एक पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

दिल्ली में मिले थे रमन-पुनीत- फिरोज से

मंतूराम  ने कहा कि अंतागढ़ उपचुनाव के कुछ दिन बाद 3 नवम्बर 2015 को मुझे दिल्ली बुलाया गया था. दिल्ली में ही डॉ. रमन सिंह, पुनीत गुप्ता, फिरोज सिद्दकी से मुलाकात हुई थी. रमन सिंह ने मंतूराम कहा था- पुनीत गुप्ता यहां है राजेश मूणत से मिलकर सब सेट कर देंगे, तुम चिंता मत करो सब बेहतर होगा. लेकिन हुआ कुछ और ,,बीजेपी में उन्हें न तो पद मिला और न ही प्रतिष्ठा.

मुझे बेचने वाले अजीत जोगी और खरीदने वाले रमन सिंह थे

मंतूराम पवार ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग ही कहते थे कि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने मंतूराम को खरीदा है. मुझे दादागिरी कर के पार्टी से बाहर निकाला गया. रमन सिंह दोषी थे, मुझे बीजेपी से बाहर किया गया. मुझे बेचने वाला अजीत जोगी और खरीदने वाला रमन सिंह थे. रमन सिंह मुझे हमेशा कहते थे कि मैंने तो 7 करोड़ तुम्हे दे दिया था, तुम्हे नहीं मिला तो गया कहां.

मंतू राम के आलावा  ये थे अन्य 6 प्रत्याशी 

1. भीम सेन उसेंडी, 2. भोजराज नाग, 3. देवनाथ हिडको, 4. महादेव मंडावी, 5. शंकर लाल नेताम, 6. वीरेंद्र कुमा

जाने अंतागढ़ टेपकांड को

आपतो बता दें कि साल 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई अंतागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा था. उपचुनाव में कांग्रेस ने मंतूराम पवार को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन मंतूराम पवार ने ऐसे मौके पर अपना नाम वापस ले लिया, जब कांग्रेस दूसरा प्रत्याशी खड़ा नहीं कर सकती थी. मंतूराम के अलावा 7 अन्य प्रत्याशियों ने भी नाम वापस ले लिया था. इससे चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को एक तरह से वॉक ओवर मिल गया. चुनाव के बाद एक आडियो वायरल होक र चर्चित हुआ, जिसमें नाम वापसी के लिए प्रत्याशियों की खरीद फरोख्त होने का हवाला था. इस आडियो में ​कथित तौर पर अमित जोगी, मंतूराम पवार, डॉ. पुनीत गुप्ता, अजीत जोगी की आवाज बताई गई. इसी मामले में राज्य में कांग्रेस की भुपेश बघेल सरकार बनने के बाद नये सिरे से जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
 

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