अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

कहा - “ये मासूम बच्चे बीज की तरह हैं। शिक्षा के पोषण से ये सुनहरे भविष्य की फसल बनेंगे।”

कनकी /रायपुर (खबरगली) हर शनिवार, कनकी स्कूल के बच्चे उत्साह से अपने कक्षा में इकट्ठा होते हैं। उनकी शिक्षिका, श्रीमती कंचन टंडन, पूरे सप्ताह की गतिविधियों की तस्वीरों का एक वीडियो कोलाज दिखाती हैं — जिसमें वे सीखते, खेलते, रचनात्मक कार्य करते नजर आते हैं। बच्चे खुशी से खिल उठते हैं। "उन्हें खुद को उस वीडियो में देखना बहुत अच्छा लगता है," कंचन जी कहती हैं, "और उसमें आने के लिए वे पूरे हफ्ते मेहनत करते हैं।" आज कनकी स्कूल एक खास ऊर्जा से भरा हुआ