शासकीय योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय के हिंदी विभाग एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में अंजोर कम्युनिकेशंस पुणे द्वारा आयोजन
रायपुर (khabargali) शासकीय योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय के हिंदी विभाग एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में अंजोर कम्युनिकेशंस पुणे द्वारा 'हाँ मैं सावित्रीबाई फुले' नाटक का सजीव मंचन सफलतापूर्वक किया गया । नाटककार शुभांगी भुजबल एवं शिल्पा राणे ने ज्योतिबाई फुले, सावित्री फुले सहित कई पात्रों के चरित्र को एक साथ मंच पर जीवंत किया। 19वीं सदी की महान समाज सुधारक भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जीवन गाथा को नाटक में विस्तार के साथ प्रस्तुत किया गया। तत्कालीन समाज में व्याप्त अशिक्षा, गरीबी, जाति भेद, रंगभेद, छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों को दूर करने हेतु उनके द्वारा किए गए प्रयास को भी इस नाटक में अत्यंत रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर अमिताभ बैनर्जी ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि 18वीं शताब्दी में जब नारी शिक्षा के प्रति उतनी जागरूकता नहीं थी,उस समय सावित्रीबाई फुले ने नारी आंदोलन का प्रारंभ किया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रभारी पुरुषोत्तम ठाकुर ने अपने फाउंडेशन के उद्देश्य एवं कार्यक्रमों से छात्रों का अवगत कराया।
हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मंजुला उपाध्याय ने अपने स्वागत उद्बोधन में नाटक के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन डॉ संध्या नलगुंडवार एवं कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर सुभद्रा राठौर ने किया। नाटक के अंत में नाटक कलाकारों और छात्र-छात्राओं के बीच सार्थक बातचीत हुई। नाट्य मंचन के पूर्व महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय साहित्यिक प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं की भागीदारी उत्साहपूर्ण रही।
- Log in to post comments