Khbargali

मोटिवेशनल स्पीकर डाॅ. मंजरी बक्षी ने संत ज्ञानेश्वर स्कूल में शिक्षिकाओं का किया मार्गदर्शन

रायपुर (khabargali) शिक्षक हमेशा अपने मस्तिष्क को कंट्रोल करता है। यही वजह है कि पढ़ाते समय छात्रों के समक्ष उसकी एकाग्रता बनी रहती है। इस बीच अगर किसी बच्चे की नादानी, गलती या अनुशासनहीनता पर उसकी नजर जाती है, तो वह अपने गुस्से और वाणी को नियंत्रित करता है और बच्चों को समझाते हुए पढ़ाने के रिदम को बनाए रखता है। महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर स्कूल में शिक्षक- शिक्षिकाओं की कार्यशाला में इस आशय के विचार मोटिवेशनल स्पीकर एवं पूर्व प्राचार्य डॉ.